बाराबंकी: अयोध्या में न सिर्फ राम मंदिर और उसकी बिल्डिंग बनेगी, बल्कि मर्यादा पुरुषोत्तम की मर्यादा देश में स्थापित होगी. ये बातें संत अतुल कृष्ण भारद्वाज ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहीं. उन्होंने कहा कि समाज को सिखाने के लिए भगवान राम ने अवतार लिया था. उन्होंने मर्यादा में रहकर कामकाज करने की सीख दी. राम मंदिर बनने से नई पीढ़ियों को समझ में आएगा कि धर्म के आधार पर जीवन कैसे जीना चाहिए.
भगवान राम के काल में दुराचार नहीं था
संत अतुल कृष्ण भारद्वाज ने बताया कि देश में दुराचार-अनाचार हो रहे हैं. ये मर्यादा पुरुषोत्तम राम के काल में नहीं था. राम मंदिर के बनने से हमारी नई पीढ़ी भगवान राम के जीवन चरित्र को जानेगी और वैसा ही आचरण करेगी. राम मंदिर के ट्रस्ट के बारे में संत अतुल कृष्ण ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्रस्ट के लिए शामिल करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सीएम योगी के कार्यकाल में अयोध्या में दीपावली का उत्सव पहली बार धूमधाम से मनाया गया. उससे सीएम योगी की विश्व में अलग पहचान बनी है. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ को इस ट्रस्ट में पदेन सदस्य बनना चाहिए, क्योंकि वह तीनों लोकों के राजा हैं. उत्तर प्रदेश के राजा भी भगवान राम की सेवा में रहे, तो बहुत सुंदर होगा.
भगवान राम पूरे विश्व में जानें जाते हैं
अतुल कृष्ण भारद्वाज ने राम के काल्पनिक होने के सवाल पर कहा कि कांग्रेस पार्टी राम को काल्पनिक बताती थी. उसने भी स्वीकार कर लिया है कि भगवान राम हैं. पूरे विश्व में रामलीला होती है. यह पूरा विश्व जानता है कि अयोध्या में भगवान राम का जन्म हुआ है. भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या ही है. रामलीला का आयोजन कंबोडिया, श्रीलंका, इंडोनेशिया, मलेशिया, चीन, जापान, थाईलैंड, सिंगापुर, वर्मा और वेस्टइंडीज में भी होता है. इससे साबित होता है कि भगवान राम पूरे विश्व में पूजे जाते हैं.