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निजी अस्पताल के निदेशक को ब्लैकमेल करने वाले गिरोह का भंडाफोड़

यूपी के बाराबंकी जिले में पुलिस ने निजी अस्पताल के निदेशक को ब्लैकमेल करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है.

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ब्लैकमेल करने वाले गिरोह का भंडाफोड़.
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Published : Jul 15, 2020, 1:55 AM IST

बाराबंकी: जिले में नवजात शिशु की चोरी का गम्भीर आरोप लगाकर नर्सिंग होम से अवैध धन उगाही का षडयंत्र रचने वाले 6 अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

बताते चलें कि रामसनेही घाट थाना क्षेत्र के भिटरिया में स्थित आकांक्षा नर्सिंग होम के प्रबंधक डॉ. रमेश सिंह ने तीन दिन पहले थाने पर लिखित तहरीर दी थी कि दिनांक 26 जून को कामिनी उर्फ प्रिया ने मेरे नर्सिंग होम में प्रेगनेंसी टेस्ट कराया था. जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. टेस्ट कराने के बाद वह वापस चली गई. दिनांक 29 जून को कामिनी उर्फ प्रिया और उसकी माता निर्मला देवी अपने 3-4 परिजनों के साथ फिर नर्सिंग होम आईं और हंगामा करने लगीं. इन लोगों ने हंगामा करते हुए आरोप लगाना शुरू कर दिया कि इसी नर्सिंग होम में 24 जून को मेरी डिलीवरी कराई गई थी और बच्चा गायब कर दिया गया था.

नर्सिंग होम संचालक ने पैसे मांगे जाने पर दर्ज कराया मुकदमा

आरोपों से घबराए नर्सिंग होम प्रबंधक ने कामिनी उर्फ प्रिया के आरोपों की सच्चाई जानने के लिए उसका अल्ट्रासाउंड किया. जिसकी रिपोर्ट में लगभग 7 हफ्ते का गर्भ होना पाया गया. आरोप झूठे पाए जाने और परिसर में हंगामा करने से नाराज नर्सिंग होम प्रबंधक ने पुलिस को सूचना देने को कहा तो कामिनी उर्फ प्रिया और परिवारीजनों ने लिखित माफीनामा दिया और चले गए. इसी बीच कामिनी उर्फ प्रिया ने नर्सिंग होम प्रशासन के विरुद्ध बच्चा चोरी का झूठा आरोप लगाकर पुलिस में शिकायत की. यही नहीं उसने तमाम लोगों से नर्सिंग होम संचालक को फोन कराकर धमकी देते हुए एक लाख रुपयों की मांग की. इन धमकियों और झूठे आरोपों से परेशान नर्सिंग होम संचालक ने कामिनी उर्फ प्रिया समेत सात लोगों के खिलाफ रामसनेहीघाट थाने में मुकदमा दर्ज कराया.

जांच में आरोप पाए गए फर्जी

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने सीओ रामसनेहीघाट को मामले की जांच करने का निर्देश दिया. राम सनेही घाट थाने की पुलिस ने क्षेत्रीय आशा बहू ,एएनम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से इस बाबत पूछताछ शुरू की तो हैरान करने वाले तथ्य सामने आए. आशा बहू और एएनएम के रिकॉर्ड में प्रसव की तारीख नवंबर- दिसंबर 2020 में थी. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से पूछताछ की गई तो बताया गया कि कामिनी देवी उर्फ प्रिया का पूर्व में भी दो तीन बार मिसकैरेज हो चुका है. मामले की गम्भीरता देखते हुए कामिनी उर्फ प्रिया को विधिवत मेडिकल जांच के लिए जिला महिला चिकित्सालय बाराबंकी में परीक्षण कराया. महिला चिकित्सालय बाराबंकी से प्राप्त रिपोर्ट में कामिनी उर्फ प्रिया में कोई प्रसव के लक्षण नहीं पाए गए, जिसको लेकर पूरा मामला फर्जी पाया गया.

आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

इसी आधार पर पुलिस ने कामिनी देवी उर्फ प्रिया पत्नी रोहित शर्मा निवासी जलालपुर थाना सफदरगंज, उसकी मां निर्मला देवी पत्नी मंसाराम निवासी बबुरी थाना असंद्रा, कामिनी का देवर सूरज, कामिनी का ननदोई आत्माराम, कामिनी का भाई नरेंद्र और कामिनी के चाचा चंद्रकांत को मंगलवार को भिटरिया से गिरफ्तार कर लिया गया.

क्यों लगाया आरोप

पूछताछ में कामिनी उर्फ प्रिया ने बताया कि उसका गर्भ लगभग तीन महीने का था, जो खराब हो गया था. मैं परेशान थी और अपनी मां और घरवालों के कहने पर नर्सिंग होम के खिलाफ फर्जी आरोप लगाया ताकि नर्सिंग होम प्रबंधक से पैसे ऐंठे जा सकें.

बाराबंकी: जिले में नवजात शिशु की चोरी का गम्भीर आरोप लगाकर नर्सिंग होम से अवैध धन उगाही का षडयंत्र रचने वाले 6 अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

बताते चलें कि रामसनेही घाट थाना क्षेत्र के भिटरिया में स्थित आकांक्षा नर्सिंग होम के प्रबंधक डॉ. रमेश सिंह ने तीन दिन पहले थाने पर लिखित तहरीर दी थी कि दिनांक 26 जून को कामिनी उर्फ प्रिया ने मेरे नर्सिंग होम में प्रेगनेंसी टेस्ट कराया था. जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. टेस्ट कराने के बाद वह वापस चली गई. दिनांक 29 जून को कामिनी उर्फ प्रिया और उसकी माता निर्मला देवी अपने 3-4 परिजनों के साथ फिर नर्सिंग होम आईं और हंगामा करने लगीं. इन लोगों ने हंगामा करते हुए आरोप लगाना शुरू कर दिया कि इसी नर्सिंग होम में 24 जून को मेरी डिलीवरी कराई गई थी और बच्चा गायब कर दिया गया था.

नर्सिंग होम संचालक ने पैसे मांगे जाने पर दर्ज कराया मुकदमा

आरोपों से घबराए नर्सिंग होम प्रबंधक ने कामिनी उर्फ प्रिया के आरोपों की सच्चाई जानने के लिए उसका अल्ट्रासाउंड किया. जिसकी रिपोर्ट में लगभग 7 हफ्ते का गर्भ होना पाया गया. आरोप झूठे पाए जाने और परिसर में हंगामा करने से नाराज नर्सिंग होम प्रबंधक ने पुलिस को सूचना देने को कहा तो कामिनी उर्फ प्रिया और परिवारीजनों ने लिखित माफीनामा दिया और चले गए. इसी बीच कामिनी उर्फ प्रिया ने नर्सिंग होम प्रशासन के विरुद्ध बच्चा चोरी का झूठा आरोप लगाकर पुलिस में शिकायत की. यही नहीं उसने तमाम लोगों से नर्सिंग होम संचालक को फोन कराकर धमकी देते हुए एक लाख रुपयों की मांग की. इन धमकियों और झूठे आरोपों से परेशान नर्सिंग होम संचालक ने कामिनी उर्फ प्रिया समेत सात लोगों के खिलाफ रामसनेहीघाट थाने में मुकदमा दर्ज कराया.

जांच में आरोप पाए गए फर्जी

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने सीओ रामसनेहीघाट को मामले की जांच करने का निर्देश दिया. राम सनेही घाट थाने की पुलिस ने क्षेत्रीय आशा बहू ,एएनम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से इस बाबत पूछताछ शुरू की तो हैरान करने वाले तथ्य सामने आए. आशा बहू और एएनएम के रिकॉर्ड में प्रसव की तारीख नवंबर- दिसंबर 2020 में थी. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से पूछताछ की गई तो बताया गया कि कामिनी देवी उर्फ प्रिया का पूर्व में भी दो तीन बार मिसकैरेज हो चुका है. मामले की गम्भीरता देखते हुए कामिनी उर्फ प्रिया को विधिवत मेडिकल जांच के लिए जिला महिला चिकित्सालय बाराबंकी में परीक्षण कराया. महिला चिकित्सालय बाराबंकी से प्राप्त रिपोर्ट में कामिनी उर्फ प्रिया में कोई प्रसव के लक्षण नहीं पाए गए, जिसको लेकर पूरा मामला फर्जी पाया गया.

आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

इसी आधार पर पुलिस ने कामिनी देवी उर्फ प्रिया पत्नी रोहित शर्मा निवासी जलालपुर थाना सफदरगंज, उसकी मां निर्मला देवी पत्नी मंसाराम निवासी बबुरी थाना असंद्रा, कामिनी का देवर सूरज, कामिनी का ननदोई आत्माराम, कामिनी का भाई नरेंद्र और कामिनी के चाचा चंद्रकांत को मंगलवार को भिटरिया से गिरफ्तार कर लिया गया.

क्यों लगाया आरोप

पूछताछ में कामिनी उर्फ प्रिया ने बताया कि उसका गर्भ लगभग तीन महीने का था, जो खराब हो गया था. मैं परेशान थी और अपनी मां और घरवालों के कहने पर नर्सिंग होम के खिलाफ फर्जी आरोप लगाया ताकि नर्सिंग होम प्रबंधक से पैसे ऐंठे जा सकें.

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