बाराबंकी: पड़ोसी दबंगों से परेशान और प्रशासनिक उपेक्षा से दु:खी एक युवक ने मजबूर होकर अपनी जीवन लीला को समाप्त करने का फैसला कर लिया. लिहाजा युवक ने विषाक्त पदार्थ खा लिया. बाराबंकी कलेक्ट्रेट परिसर में हुई इस घटना से हड़कम्प मच गया. आनन-फानन में अचेत अवस्था में युवक को जिला अस्पताल पहुंचाया गया.
मामले की जानकारी पर प्रशासनिक अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर युवक की हालात का जायजा लिया. साथ ही पीड़ित के गांव टीम भेजकर मामले की पड़ताल शुरू कर दी.
बताते चलें कि फतेहपुर तहसील के खासी सराय गांव के रहने वाले विक्रम पुत्र देवीदीन का अपने पड़ोसियों से जमीनी विवाद चल रहा है, जिसका दीवानी में मुकदमा भी चल रहा है. आरोप है कि उसके मकान के सामने उसके पड़ोसी छत डलवा रहे हैं, जिसको रुकवाने के लिये उसने प्रशासन से गुहार लगाई थी. कई बार पीड़ित युवक ने शिकायती पत्र भी अधिकारियों को सौंपा था. बुधवार को भी उसने शिकायती पत्र दिया था, जिसमें कार्रवाई के बारे में जानकारी लेने के लिए वह आया था.
आरोप है कि युवक की कोई सुनवाई नहीं हुई, जिससे वो दु:खी था. गुरुवार को वह करीब साढ़े 9 बजे कलेक्ट्रेट आया था. फिर कहीं चला गया था. उसके बाद साढ़े ग्यारह बजे के बाद वो फिर कलेक्ट्रेट आया और अधिकारियों से मिलना चाह रहा था. इसी बीच उसके साथ मौजूद उसके भतीजे मिश्रीलाल ने वहां मौजूद गार्ड को बताया कि उसके चाचा ने जहर खा लिया है. ये सुनते ही वहां हड़कम्प मच गया.
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आनन-फानन जिलाधिकारी कार्यालय में बैठे अतिरिक्त मजिस्ट्रेट समेत तमाम अधिकारी बाहर निकल आए. अतिरिक्त मजिस्ट्रेट ने जब पीड़ित को देखा तो तुरंत एम्बुलेंस व पुलिस को फोन किया और उसे जिला अस्पताल पहुंचाया. पीड़ित का हाल जानने एडीएम संदीप गुप्ता, तहसीलदार और अतिरिक्त मजिस्ट्रेट भी जिला अस्पताल पहुंचे. एडीएम ने बताया कि एसडीएम फतेहपुर को निर्देश दिए गए हैं कि वे जांच कर मामले से अवगत कराएं.