बाराबंकी. आईपीएस यमुना प्रसाद ने बुधवार को बाराबंकी जिले में बतौर पुलिस अधीक्षक कार्यभार ग्रहण कर लिया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जिले को अपराध मुक्त बनाने के लिए थानों को मजबूत किया जाएगा ताकि कोई भी बिना भय के थानों पर पहुंचकर अपनी बात कह सके.
पुलिस कप्तान यमुना प्रसाद ने स्पष्ट कर दिया कि सरकार और शासन की मंशा के अनुरूप ही कार्य किया जाएगा. चिन्हित किये गए भू माफियाओं पर सख्त से सख्त कार्यवाई की जाएगी. हमारा प्रयास रहेगा कि आम व्यक्ति बिना भय के थानों तक पहुंच सके और अपनी बात कह सके. उनकी समस्याओं का समाधान थाना स्तर पर ही करने का प्रयास रहेगा. इन काम के लिए थानों को मजबूत किया जाएगा.
अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के दिए संकेत
वर्ष 2012 के आईपीएस ऑफिसर यमुना प्रसाद मूल रूप से सिद्धार्थनगर जनपद के निवासी हैं. जुलाई 1977 में जन्मे यमुना प्रसाद के पिता का नाम घनश्याम प्रसाद है. मॉडर्न एंड मेडवीएल हिस्ट्री से मास्टर डिग्री धारक यमुना प्रसाद ने पुलिस सेवा वाराणसी से शुरू की. इसके बाद वे अयोध्या जिले में एएसपी रहे, उसके बाद एसपी ग्रामीण बरेली रहे. कुशीनगर और संभल में भी इन्होंने एसपी की जिम्मेदारी निभाई. दिसम्बर 2020 में उनका संभल से स्थानांतरण कर लखनऊ पीएसी भेजा गया जहां वे सहायक पुलिस महानिरीक्षक रहे. अब उन्हें बाराबंकी की जिम्मेदारी मिली है.
समाज को भयमुक्त रखने का प्रयास
पुलिस कप्तान ने कार्यभार ग्रहण कर पत्रकारों से परिचय बैठक की. जिसमें उन्होंने अपनी कार्यशैली के संकेत दिए. उन्होंने स्पष्ट कहा कि क्राइम प्रिवेंशन एंड डिडक्शन उनकी प्राथमिकता रहेगी. इसके लिए डाउन लाइन यानी कांस्टेबल से लेकर सीओ स्तर तक सभी को पूरी तरह से एक्टिवेट किया जाएगा. थाना स्तर पर जनसुनवाई को महत्वपूर्ण स्तर पर रखा जाएगा. महिला अपराध रोकने, बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए विशेष काम होगा. पूरी पुलिस टीम समाज को भयमुक्त रखने के लिए काम करेगी. भूमाफिया और अपराधी तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाई होगी.