बाराबंकी: जिले में खाद की हो रही कालाबाजारी और खाद खरीदने को लेकर बनाए जा रहे दबाव पर किसानों ने साधन सहकारी समिति पर बुधवार को जोरदार हंगामा किया. सूचना पर पहुंचे जिला कृषि अधिकारी ने समिति का निरीक्षण किया तो मामला सही पाया गया. जिसके बाद सम्बंधित समिति का विक्रय लाइसेंस निरस्त कर दिया गया. साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं.
सिरौलीगौसपुर तहसील के सैदनपुर साधन सहकारी समिति के सचिव द्वारा यूरिया के साथ इफको यूरिया फास्फेट और नीम प्लस जबरन किसानों को बेची जा रही थी. इफको यूरिया फास्फेट और नीम प्लस खाद पुरानी हो चुकी थी. बावजूद इसके किसानों पर इसके खरीदने का दबाव बनाकर उनको 350 रुपये में बेची जा रही थी. इसको लेकर बुधवार को किसानों ने हंगामा कर दिया. मामले की जानकारी एसडीएम सिरौलीगौसपुर को हुई. उन्होंने जिला कृषि अधिकारी संजीव कुमार को मामले की सूचना दी. जिला कृषि अधिकारी ने तत्काल समिति पर पहुंचकर निरीक्षण किया.
मौके पर पहुंचे एसडीएम, जिला कृषि अधिकारी और सहायक विकास अधिकारी सहकारिता ने देखा कि एक क्लर्क पुरानी खाद की बिक्री कर रहा है. थोड़ी देर बाद मौके पर सचिव पहुंचे. पूछताछ में सचिव ने बताया कि वो बरदरी समिति का मूल सचिव है. इसके अलावा उसके पास सैदनपुर समिति का अतिरिक्त चार्ज है. बिक्री कर रहे कर्मचारी शंभू प्रसाद से पूछताछ पर उसने बताया कि समिति पर स्टॉक पड़ा था, जिसकी बिक्री नहीं हो पा रही थी. इसलिए यूरिया के साथ इफको यूरिया फास्फेट और नीम प्लस की बिक्री की. जांच के दौरान मौके पर इफको यूरिया फास्फेट और नीम प्लस का कोई भी पैकेट उपलब्ध नहीं पाया गया. साथ ही इसका कोई लेखाजोखा भी सचिव नहीं दिखा सका.
मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने मामले को लेकर समिति का उर्वरक विक्रय प्राधिकार पत्र निलंबित करते हुए सहायक विकास अधिकारी को जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए.