बाराबंकी: भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को जनपद में पलीता लग रहा है. 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना' के तहत करीब 1 लाख 90 हजार किसानों को लाभ नहीं मिल सका है. लघु और सीमांत किसानों के लिए भारत सरकार ने साल में 6000 रुपये देने का वादा किया. जिस की पहली किस्त सरकार ने 2019 के आम चुनाव में आचार संहिता लागू होने से पहले ही भेज दी थी, लेकिन जिले में अब भी छोटे किसान कृषि विभाग और सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. कई बार फार्म भरने के बाद भी वह इस लाभ से वंचित हैं.
नहीं मिल रहा प्रधानमंत्री सम्मान योजना का लाभ
ईटीवी भारत ने जब किसानों से बात की तो पता चला कि बड़ी संख्या में किसानों को यह धनराशि नहीं मिल पा रही है. कई किसानों से बात करने पर पता चला कि किसी के खाते में एक अंक की गड़बड़ी हो गई है, जिसके लिए उनके अकाउंट में पैसा जाने की बजाय दूसरे अकाउंट में चला गया है. कुछ किसानों का कहना है कि उन्होंने तीन बार से ज्यादा फॉर्म भरा है. इसके बाद भी उनको पैसा नहीं मिला है. कुछ किसानों के मोबाइल पर मैसेज आया है कि नोडल अधिकारी से संपर्क करें, लेकिन जब वह नोडल अधिकारी से संपर्क करने पहुंचते हैं तो उन्हें वापस भेज दिया जाता है और कोई ठीक से बात भी नहीं करता है.
इसे भी पढ़ें - बुलंदशहर: सड़क किनारे सो रहे श्रद्धालुओं को बस ने कुचला, 7 लोगों की मौत
जिला कृषि अधिकारी ने बताया
इस पूरे मामले के संदर्भ में जब हमने जिला कृषि अधिकारी संजीव कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि अकेले उत्तर प्रदेश में करीब 1 करोड़ 58 लाख किसानों का डाटा दिया गया, जिनमें से बड़ी संख्या में आधार मिसमैच और गड़बड़ियों के कारण अब मैसेज भी भेजा जा रहा है कि कृपया उसे मिलान कर लें. बाराबंकी जिले में करीब 4 लाख 70 हजार किसानों का डाटा भारत सरकार को भेजा गया था, जिसमें से 2 लाख 79 हजार किसानों को पैसा भेजा जा चुका है.1 लाख 90 हजार किसानों को अभी यह धनराशि नहीं भेजी जा सकी है.