बाराबंकी: जैदपुर विधानसभा के लिए होने जा रहे उपचुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीएल पुनिया के पुत्र तनुज पुनिया ने नामांकन दाखिल किया. तनुज के राजनीतिक करियर का ये तीसरा चुनाव है.
इससे पहले वह 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं, जिसमें उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था. बीते लोकसभा में भी पार्टी ने उन पर दांव लगाया था और उन्हें प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा था, लेकिन उसमें भी तनुज के भाग्य ने साथ नहीं दिया. अब ये तीसरा चुनाव उनके साथ-साथ पिता पीएल पुनिया के राजनीतिक करियर की किस्मत भी तय करेगा.
लगातार दो चुनाव पहले विधानसभा 2017 और फिर 2019 लोकसभा का चुनाव हार चुके कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता पीएल पुनिया के पुत्र तनुज पुनिया ने एक बार फिर उपचुनाव के लिए अपना नामांकन गुरुवार को दाखिल कर दिया. इस चुनाव से उनका राजनीतिक करियर तय होगा. जैदपुर विधानसभा के स्थानीय मुद्दों को लेकर चुनावी मैदान में उतरे तनुज उच्च शिक्षित हैं. इंजीनियरिंग की डिग्री लेकर नौकरी कर सेवा करने की बजाय उन्होंने समाज सेवा को ही अपना करियर बनाने का फैसला किया और राजनीति में आ गए.
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राजनीति में दिलचस्पी देख पिता पीएल पुनिया भी उनको स्थापित करने में जुट गए. राहुल और सोनिया के करीबी होने का पीएल पुनिया को फायदा मिला और 2017 के विधानसभा चुनाव में बेटे को टिकट दिलाने में कामयाब हो गए, लेकिन तनुज की किस्मत ने साथ नहीं दिया और वे भाजपा उम्मीदवार उपेंद्र रावत से 29 हजार 181 वोटों से हार गए.
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बीती मई में हुए लोकसभा चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस ने उन पर दांव लगाया, लेकिन यहां भी तनुज की किस्मत ने दगा किया और वह हार गए. अब एक बार फिर नई ऊर्जा के साथ तनुज ने उपचुनाव का पर्चा दाखिल किया है. इस चुनाव से न केवल तनुज का राजनीतिक भविष्य तय होगा, बल्कि जिले में कांग्रेस का ग्राफ तय होगा. यही नहीं ये चुनाव उनके पिता पीएल पुनिया के लिए भी खासा मायने रखता है. ये चुनाव उनके राजनीतिक कौशल का इम्तिहान भी है. हालांकि अपनी जीत के प्रति आश्वस्त तनुज क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर मैदान में हैं.