बाराबंकी: वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के पीएम मोदी के मिशन को अमलीजामा पहनाने की शुरुआत हो चुकी है. उसी के तहत जिले में दस दिन का महा अभियान चलाकर पूरे जिले में टीबी रोगियों की खोज की जाएगी. स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए 134 टीमें गठित की हैं जो स्लम एरिया, मुस्लिम बाहुल्य इलाके, ईंट भट्ठों, घनी बस्तियों, जेल, पत्थरकट्टो और नटों के डेरों पर जाकर जांच करेगी. टीमें न केवल जांच करेंगी बल्कि लोगों को जागरूक भी करेंगी .
प्रधानमंत्री मोदी ने लिया बड़ा फैसला
- बाराबंकी में पिछले अभियान में 60 नए मरीज पाए गए थे.
- वहीं मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है लेकिन हिचकिचाहट और जागरूकता की कमी से मरीज सामने नहीं आते थे.
- इन मरीजों को चिन्हित कर उनका इलाज करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 134 टीमों का गठन किया.
- ये टीमें सभी ब्लॉकों की 10 फीसदी आबादी की जांच करेंगी. हर टीम में 3 सदस्य होंगे.
- ये टीमें स्लम एरिया, घनी आबादी, मुस्लिम इलाके, ईंट भट्ठों, जेल,पत्थर कट्ट और नटों बंजारों के डेरों पर जाकर रोगियों की पहचान करेंगी.
- अगर रोग की पुष्टि होती है तो 48 घण्टे के अंदर उसकी जांच शुरू करेंगी.
दस दिन का कार्यक्रम है, हमारे सभी ब्लॉक की दस परसेंट आबादी को कवर किया जायेगा.इसमें तीन सदस्यों की टीम होगी और ये टीम घर-घर जा कर जांच करेगी कि किसको टीबी के लक्षण हैं.इसमें मलिन बस्ती, पत्थरकट,घनी आबादी,और मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों को चिन्हित कर जांच की जायेगी.
डॉ एके वर्मा , जिला क्षयरोग अधिकारी