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बाराबंकी: "विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना" के तहत लाभार्थियों को मिले टूलकिट

प्रदेश सरकार द्वारा शुरू हुई विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत बाराबंकी में कारीगरों और दस्तकारों को टूल किट प्रदान किए गये. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री सुरेश पासी थे.

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लाभार्थियों को मिला टूलकिट
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Published : Feb 1, 2020, 4:52 AM IST

बाराबंकी: परंपरागत मजदूरों के विकास और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने "विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना" चलाई है. इस योजना के तहत शुक्रवार को 32 कारीगरों और दस्तकारों को टूल किट प्रदान किए गए. शुक्रवार को मेले के पांचवें दिन उद्योग विभाग के कार्यक्रम में लोगों को विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई. कार्यक्रम में पहुंचे प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री सुरेश पासी ने योजना के तहत चयनित कारीगरों को टूल किट वितरित किये.

"विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना" के तहत लाभार्थियों को मिला टूलकिट.

"विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना "
प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के सभी परम्परागत मजदूरों के विकास और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए "विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना " चलाई जा रही है.कारीगरों और दस्तकारों को श्रम विभाग द्वारा उनके हुनर निखारने के लिए निशुल्क ट्रेनिंग दी जाती है.

इसे भी पढ़ें - देश की डावाडोल अर्थव्यवस्था के बीच कल आएगा बजट, जानिए क्या कहते हैं अर्थशास्त्री

लाभार्थियों को मिला टूल किट
इस योजना के तहत राज्य के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनने वाले, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई और मोची जैसे पारम्परिक कारोबारियों की हस्तकला को प्रोत्साहित किया जाता है. ट्रेनिंग पूरी होने पर इनको टूल किट दिया जाता है. उसी क्रम में शुक्रवार को बढ़ई का काम करने वाले 25 और नाई का काम करने वाले 7 कारीगरों को राज्यमंत्री सुरेश पासी के हाथों टूल किट प्रदान किए गए. कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी मेधा रूपम, उद्योग विभाग के उपयुक्त उमेश कुमार, उपयुक्त स्वतः रोजगार सुनील कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी और बीएसए समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे.

बाराबंकी: परंपरागत मजदूरों के विकास और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने "विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना" चलाई है. इस योजना के तहत शुक्रवार को 32 कारीगरों और दस्तकारों को टूल किट प्रदान किए गए. शुक्रवार को मेले के पांचवें दिन उद्योग विभाग के कार्यक्रम में लोगों को विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई. कार्यक्रम में पहुंचे प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री सुरेश पासी ने योजना के तहत चयनित कारीगरों को टूल किट वितरित किये.

"विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना" के तहत लाभार्थियों को मिला टूलकिट.

"विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना "
प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के सभी परम्परागत मजदूरों के विकास और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए "विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना " चलाई जा रही है.कारीगरों और दस्तकारों को श्रम विभाग द्वारा उनके हुनर निखारने के लिए निशुल्क ट्रेनिंग दी जाती है.

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लाभार्थियों को मिला टूल किट
इस योजना के तहत राज्य के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनने वाले, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई और मोची जैसे पारम्परिक कारोबारियों की हस्तकला को प्रोत्साहित किया जाता है. ट्रेनिंग पूरी होने पर इनको टूल किट दिया जाता है. उसी क्रम में शुक्रवार को बढ़ई का काम करने वाले 25 और नाई का काम करने वाले 7 कारीगरों को राज्यमंत्री सुरेश पासी के हाथों टूल किट प्रदान किए गए. कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी मेधा रूपम, उद्योग विभाग के उपयुक्त उमेश कुमार, उपयुक्त स्वतः रोजगार सुनील कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी और बीएसए समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे.

Intro:बाराबंकी ,31 जनवरी । परंपरागत मजदूरों के विकास और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार की "विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना" के तहत शुक्रवार को 32 कारीगरों और दस्तकारों को टूल किट प्रदान किए गए । स्वरोजगार को बढ़ावा देने के मकसद से "राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन" द्वारा बाराबंकी में पहली बार आयोजित हो रहे मंडलीय सरस मेले में हर रोज कोई न कोई विभाग अपना कार्यक्रम करता है । शुक्रवार को मेले के पांचवे दिन उद्योग विभाग के कार्यक्रम में लोगों को विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई । कार्यक्रम में पहुंचे प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री सुरेश पासी ने योजना के तहत चयनित कारीगरों को टूल किट वितरित किये ।


Body:वीओ - प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के सभी परम्परागत मजदूरों के विकास और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए "विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना " चलाई जा रही है । योजना के तहत पारम्परिक कारीगरों और दस्तकारों को श्रम विभाग द्वारा उनके हुनर निखारने के लिए निशुल्क ट्रेनिंग दी जाती है । योजना के तहत राज्य के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रो के बढ़ई,दर्जी,टोकरी बुनने वाले,नाई, सुनार,लोहार,कुम्हार,हलवाई और मोची जैसे पारम्परिक कारोबारियों की हस्तकला को प्रोत्साहित किया जाता है । ट्रेनिंग पूरी होने पर इनको टूल किट दिया जाता है । उसी क्रम में शुक्रवार को बढ़ई का काम करने वाले 25 और नाई का काम करने वाले 7 कारीगरों को राज्यमंत्री सुरेश पासी के हाथों टूल किट दिए गए । कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी मेधा रूपम, उद्योग विभाग के उपयुक्त उमेश कुमार,उपयुक्त स्वतः रोजगार सुनील कुमार ,जिला पंचायत राज अधिकारी और बीएसए समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे ।
बाईट - मेधा रूपम , सीडीओ बाराबंकी


Conclusion:रिपोर्ट - अलीम शेख बाराबंकी
9454661740
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