बांदाः जिले में 12 मार्च की देर शाम एक छात्र को कोरोना वायरस का संदिग्ध माने हुए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. शनिवार सुबह जांच रिपोर्ट आने के बाद छात्र में कोरोना वायरस के लक्षण निगेटिव मिले हैं. इस खबर से जिले के स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है.
आपको बता दें कि 12 मार्च की देर शाम बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से प्रशांत नाम के छात्र को मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज मानते हुए भर्ती किया गया था. इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने उसके सैंपल को जांच के लिए भेजा था. जांच रिपोर्ट में अब यह पाया गया है कि छात्र में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं हैं.
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राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर मुकेश यादव ने बताया कि एक छात्र को यहां पर भर्ती किया गया था. जो कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का छात्र है. उसमें कोरोना वायरस जैसे लक्षण नहीं पाए गए हैं. उसे मामूली से सर्दी, बुखार और जुकाम था.
एटाः जिले के स्वास्थ्य महकमे ने ट्रेनिंग ऑफ ट्यूटर की बैठक कर आशाओं को ट्रेनिंग देने की तैयारी की जा रही है. यह कदम कोरोना वायरस को लेकर उठाया है. इसके तहत एक टीम को ट्रेनिंग दी जा रही है. जो आशाओं को ट्रेनिंग देगी. इससे वह घर-घर जाकर लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक कर सकें. इसके लिए जिले की 15 सौ आशाओं को इस काम में लगाया जाएगा.
कौशाम्बीः जिले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही सीएमओ के निरीक्षण के दौरान देखने को मिली. कोरोना वायरस से निपटने के लिए जिला अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारियों ने मानक के विपरीत आइसोलेशन वार्ड बनाया हुआ है. इस पर संबंधित कर्मचारियों, अधिकारियों को सीएम ने फटकार लगाते हुए आइसोलेशन वार्ड जल्द से जल्द ठीक कराने के निर्देश दिए हैं. सीएमओ के मुताबिक कोरोना से पीड़ित मरीजों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा दिलाई जाएगी. इसके लिए जल्द से जल्द तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं.