बांदा: जिले में केन और यमुना नदी ने रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. आलम यह है कि यहां इन नदियों में लगातार पानी बढ़ रहा है. पानी के कहर के कारण दर्जनों गांवों का संपर्क मार्ग मुख्य मार्ग से टूट गया है. कई गांव तो ऐसे हैं, जहां पर पानी घुसना शुरू हो गया है, जिसको देखते हुए गुरुवार देर रात एसपी ने बाढ़ क्षेत्रों का भ्रमण कर वहां के हालातों का जायजा लिया और स्थानीय पुलिस को बाढ़ से सतर्क रहने के निर्देश दिए. वहीं पानी के कारण गाड़ियों का आवागमन बंद कर दिया गया है.
नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
मध्य प्रदेश में हुई बारिश के बाद बुंदेलखंड की प्रमुख नदियां उफान पर हैं. यहां की यमुना, बेतवा, केन आदि नदियों का जलस्तर खतरे ने निशान के ऊपर चला गया है. जहां एक तरह हमीरपुर में यमुना और बेतवा ने तबाही मचा रखी है तो वहीं अब बांदा जिले में यमुना नदी के साथ साथ केन नदी ने भी अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. यहां के पैलानी और चिल्ला क्षेत्र में बाढ़ के आसार साफ-साफ दिखाई देने लगे हैं, जिसको लेकर प्रशासन भी तैयारियों में लगा है. नदियों के लगातार बढ़ते जलस्तर पर नजर रखी जा रही है. साथ ही सभी अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है. वहीं देर रात पुलिस अधीक्षक गणेश साहा बांदा के चिल्ला क्षेत्र गए जहां पर उन्होंने हालात का जायजा लिया.
चिल्ला थाना क्षेत्र में जलस्तर बढ़ने की समस्या है. यहां हाईवे पर भी पानी आना शुरू हो गया है, जिसको लेकर मार्ग को बंद कर दिया गया है. इसके साथ -साथ निचले इलाकों में भी पानी भर गया है. हालात से निपटने के लिए हम तैयार हैं और लोगों को भी सतर्क रहने की हिदायद दी गई है. ग्राम प्रधान से लगातार संपर्क करके स्थिति का पता लगाया जा रहा है. किसी भी प्रकार की परिस्थिति से निपटने का प्रयास किया जाएगा. थाने को भी अलर्ट किया गया है.
- गणेश साहा, पुलिस अधीक्षक