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बोरवेल में किसान के शव को निकालने के लिए एसडीआरएफ ने संभाला मोर्चा, लग सकते हैं दो दिन - बोलवेल से किसान की बॉडी निकालने के लिए रेस्क्यू

बांदा में बोरवेल से एक वृद्ध किसान के शव को निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीम पहुंच गई है. टीम ने काम शुरू कर दिया है. इसमें दो दिन लग सकते हैं.

एसडीआरएफ टीम का रेस्क्यू
एसडीआरएफ टीम का रेस्क्यू
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Published : Dec 31, 2022, 7:04 AM IST

किसान के शव को निकालने पहुंची एसडीआरएफ की टीम

बांदा: जिले में एक वृद्ध किसान के बोरवेल में कूदकर आत्महत्या करने के मामले में अब एसडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है. शुक्रवार को एसडीआरएफ की टीम ने लगभग 60 फीट की गहराई में बोरबेल में फंसे किसान के शव को निकालने के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया है.

जानकारी के मुताबिक, 27 दिसंबर की रात से लापता वृद्ध किसान के कपड़े और लाठी 29 दिसंबर को एक ध्वस्त बोरवेल के पास मिलने के बाद से बोरवेल में वृद्ध के कूदने की संभावनाओं के साथ ही पुलिस ने जांच शुरू की थी. इस पर बोरवेल में एक शव के होने का पता चला था. इसके बाद पुलिस व फायर ब्रिगेड की टीम ने गुरुवार को बोरबेल से शव को निकालने का प्रयास किया. लेकिन, वह शव को बाहर नहीं निकाल सके. फिर बांदा प्रशासन ने एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू के लिए बुलाया था. शुक्रवार को पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने बोरबेल में फंसे शव को निकालना शुरू कर दिया. एसडीआरएफ के मुताबिक, इस ऑपरेशन में उन्हें तकरीबन डेढ़ दिन का समय लग सकता है.

बता दें कि पूरा मामला जसपुरा थाना क्षेत्र के रामपुर गांव का है. यहां के 65 वर्षीय किसान राम प्रसाद वर्मा 27 दिसंबर से लापता थे. उनके कपड़े और लाठी ग्रामीणों ने गुरुवार दोपहर खेत के पास ही बेकार पड़े राजकीय नलकूप के पास देखकर पुलिस को सूचना दी थी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर वृद्ध किसान के परिजनों से कपड़ों की शिनाख्त करवाई थी और गुरुवार से ही पुलिस ने बोरवेल में वृद्ध के आत्महत्या की संभावनाओं को देखते हुए जांच शुरू कर दी थी. इसमें पुलिस को बोरवेल में तकरीबन 60 फीट नीचे एक डेड बॉडी के फंसे होने की जानकारी मिली थी. बोरवेल में गहराई ज्यादा होने के चलते पुलिस ने इस काम के लिए एसडीआरएफ की मदद ली और शुक्रवार को एसडीआरएफ की प्लाटून मौके पर पहुंचकर वृद्ध के शव को निकालने में जुट गई.

मृतक के भाई रामकिशुन ने बताया कि उसका भाई बीमार था और उसका उपचार चल रहा था. वह बहुत परेशान था. इसके चलते उसने ऐसा कदम उठाया. वहीं, इस मामले में सीओ सदर गवेंद्र पाल का कहना है कि लापता किसान की बॉडी बोरवेल में होने की संभावना पर एसडीआरएफ टीम को बुलाया गया है. बॉडी निकालने के लिए ऑपरेशन जारी हो चुका है. बॉडी निकलने के बाद ही आगे की कार्यवाही पर लीड मिलेगी.

यह भी पढ़ें: वाराणसी में गंगा आरती के बाद धंसा शीतला घाट, हड़कंप

इस मामले में ऑपरेशन में जुटे एसडीआरएफ के प्लाटून कमांडर विवेकानंद तिवारी का कहना है कि बोरवेल के बराबर से जेसीबी मशीन से गड्ढा खोदा गया है, जिस जगह पर बॉडी फंसी है उस गहराई तक पहुंच बनाकर पाइप को काटकर बॉडी रिकवर करने के लिए काम जारी है. इसमें दो दिन लग सकते हैं.

किसान के शव को निकालने पहुंची एसडीआरएफ की टीम

बांदा: जिले में एक वृद्ध किसान के बोरवेल में कूदकर आत्महत्या करने के मामले में अब एसडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है. शुक्रवार को एसडीआरएफ की टीम ने लगभग 60 फीट की गहराई में बोरबेल में फंसे किसान के शव को निकालने के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया है.

जानकारी के मुताबिक, 27 दिसंबर की रात से लापता वृद्ध किसान के कपड़े और लाठी 29 दिसंबर को एक ध्वस्त बोरवेल के पास मिलने के बाद से बोरवेल में वृद्ध के कूदने की संभावनाओं के साथ ही पुलिस ने जांच शुरू की थी. इस पर बोरवेल में एक शव के होने का पता चला था. इसके बाद पुलिस व फायर ब्रिगेड की टीम ने गुरुवार को बोरबेल से शव को निकालने का प्रयास किया. लेकिन, वह शव को बाहर नहीं निकाल सके. फिर बांदा प्रशासन ने एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू के लिए बुलाया था. शुक्रवार को पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने बोरबेल में फंसे शव को निकालना शुरू कर दिया. एसडीआरएफ के मुताबिक, इस ऑपरेशन में उन्हें तकरीबन डेढ़ दिन का समय लग सकता है.

बता दें कि पूरा मामला जसपुरा थाना क्षेत्र के रामपुर गांव का है. यहां के 65 वर्षीय किसान राम प्रसाद वर्मा 27 दिसंबर से लापता थे. उनके कपड़े और लाठी ग्रामीणों ने गुरुवार दोपहर खेत के पास ही बेकार पड़े राजकीय नलकूप के पास देखकर पुलिस को सूचना दी थी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर वृद्ध किसान के परिजनों से कपड़ों की शिनाख्त करवाई थी और गुरुवार से ही पुलिस ने बोरवेल में वृद्ध के आत्महत्या की संभावनाओं को देखते हुए जांच शुरू कर दी थी. इसमें पुलिस को बोरवेल में तकरीबन 60 फीट नीचे एक डेड बॉडी के फंसे होने की जानकारी मिली थी. बोरवेल में गहराई ज्यादा होने के चलते पुलिस ने इस काम के लिए एसडीआरएफ की मदद ली और शुक्रवार को एसडीआरएफ की प्लाटून मौके पर पहुंचकर वृद्ध के शव को निकालने में जुट गई.

मृतक के भाई रामकिशुन ने बताया कि उसका भाई बीमार था और उसका उपचार चल रहा था. वह बहुत परेशान था. इसके चलते उसने ऐसा कदम उठाया. वहीं, इस मामले में सीओ सदर गवेंद्र पाल का कहना है कि लापता किसान की बॉडी बोरवेल में होने की संभावना पर एसडीआरएफ टीम को बुलाया गया है. बॉडी निकालने के लिए ऑपरेशन जारी हो चुका है. बॉडी निकलने के बाद ही आगे की कार्यवाही पर लीड मिलेगी.

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इस मामले में ऑपरेशन में जुटे एसडीआरएफ के प्लाटून कमांडर विवेकानंद तिवारी का कहना है कि बोरवेल के बराबर से जेसीबी मशीन से गड्ढा खोदा गया है, जिस जगह पर बॉडी फंसी है उस गहराई तक पहुंच बनाकर पाइप को काटकर बॉडी रिकवर करने के लिए काम जारी है. इसमें दो दिन लग सकते हैं.

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