बांदा: 11 अगस्त को हुए बांदा नाव हादसे को लेकर जहां शुक्रवार को केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति व यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान व जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद घटनास्थल पर पहुंचे थे और उन्होंने पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना देने का काम किया था व अधिकारियों को रेस्क्यू कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए थे तो वहीं शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार के मत्स्य पालन मंत्री व निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद भी बांदा पहुंचे. जहां पर उन्होंने नाव हादसे को लेकर घटनास्थल का जायजा लिया. वहीं मृतकों के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना देने का काम किया. साथ ही उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ खड़ी है और हर संभव मदद की जाएगी.
योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा निषाद समाज के लोगों के लिए महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनके माध्यम से इस समाज के लोगों को भी मजबूत करने का काम सरकार कर रही है. घटना से हर कोई दुखी है. यह सभी लोग हमारे और हमारी सरकार के परिवार के लोग हैं.
'ऐसी घटनाओं की न हो पुनरावृत्ति उसके लिए बनेगी योजना'
मंत्री संजय निषाद ने कहा कि मृतकों के सभी परिजन हमारे हैं और हमारी सरकार के हैं. इसलिए हम उनके दर्द को बांटने के लिए यहां पर आए हुए हैं. जो लोग हादसे का शिकार हुए हैं उनकी भरपाई तो नहीं की जा सकती, मगर उनकी हर संभव मदद करने का काम किया जाएगा. आगे इस तरह की घटना दोबारा न हो, जिसे लेकर हम लोग चिंतित हैं.
मंत्री संजय निषाद ने कहा कि नदियों के किनारे ज्यादातर निषाद समाज के लोग ही रहते हैं. इसलिए केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा इनके लिए योजनाएं भी चलाई जा रही हैं और ऐसा पहली बार किसी सरकार ने किया है. निषाद राज मुख्यमंत्री संपदा योजना के तहत भी इनका पंजीकरण कर इन्हें लाभ दिलाने का काम किया जाएगा. साध ही आधुनिक नावे व जीवन रक्षक यंत्र भी योजना के माध्यम से देने का काम किया जाएगा. क्योंकि नदियों से ही इनका गुजर-बसर चलता है और यही इनकी रोजी-रोटी है. साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि नियमानुसार ही नाव पर यात्रा करें, जिससे ऐसी कोई अप्रिय घटना न हो.
संजय निषाद ने कहा कि यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. अभी तक जो जानकारी मिल रही है. उसमें पता चल रहा है कि नाव का पतवार टूट गया. साथ ही नदी के तेज बहाव के चलते यह हादसा हुआ. घटना को लेकर सीएम योगी से बात करूंगा और जहां पर पुल नहीं बने हुए हैं और इस तरह का आवागमन होता है. वहां पर स्ट्रीमर की व्यवस्था की जाए, जिससे की ऐसी घटनाएं दोबारा न हो.
इसे भी पढ़ें- बांदा नाव दुर्घटना में सर्च ऑपरेशन जारी, 9 और शव मिले, अब तक 12 की मौत