बांदा: छत्तीसगढ़ में सोमवार को नक्सलियों और सीआरपीएफ के जवानों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें सीआरपीएफ जवान विकास कुमार शहीद हो गए. सीआरपीएफ जवान के शहादत की खबर मिलने के बाद से ही गांव में शोक की लहर है. शहीद जवान के घर में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मंगलवार देर शाम शहीद का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचेगा, जिसको लेकर प्रशासन तैयारियों में जुटा है.
सोमवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सीआरपीएफ के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई थी. जिसमें सीआरपीएफ के 6 जवान घायल हो गए थे और दो जवान मुठभेड़ में शहीद हो गए थे.
शहीद जवानों में एक जवान पूर्णानंद छत्तीसगढ़ का रहने वाला था, जबकि दूसरा शहीद जवान विकास कुमार बांदा जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के लामा गांव का रहने वाला था.
शहीद विकास ने 2008 में सीआरपीएफ ज्वाइन की थी और वह वर्तमान में कोबरा बटालियन में था, जहां सोमवार को नक्सलियों से इनकी मुठभेड़ हो गई थी. विकास के शहीद होने की खबर सुनते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है और अब लोगों को इंतजार है तो सिर्फ शहीद के पार्थिव शरीर के आने का.
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वहीं प्रशासन ने शहीद के पार्थिव शरीर के आने से पहले यहां तैयारियां पूरी कर ली है, जिससे कि बुधवार को शहीद के पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जा सके. वहीं मुख्यमंत्री ने शहीद के परिवार के एक सदस्य को नौकरी और 25 लाख रुपये देने की भी घोषणा की है.