बांदाः बुंदेलखंड के विकास को लेकर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन बांदा के कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में हो रहा है. जहां पर देश और प्रदेश के कई मंत्री, अधिकारी एवं गणमान्य शामिल हो रहे हैं. शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कृषि एवं कृषि शिक्षा मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने इसकी शुरुआत की.
इस सेमिनार में पूरे बुंदेलखंड के कृषि विभाग के अधिकारी एवं किसान आ रहे हैं, जो बुंदेलखंड की समस्याओं को इस सेमिनार में रख रहे हैं. वहीं इस सेमिनार में कृषि विभाग से संबंधित स्टॉल यहां पर किसानों को जागरूक करने के लिए भी लगाए गए हैं. सेमिनार में मुख्य रूप से पांच सेक्टरों पर चर्चा होनी है. पहला प्राइमरी सेक्टर जिसमें कृषि, बागवानी आदि पर चर्चा होगी. दूसरा सर्विस सेक्टर जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क आदि विषय हैं. वहीं निर्माण, सोशल और प्रौद्योगिकी पर विशेष रुप से चर्चा होगी जिससे बुंदेल खंड का समग्र विकास सुनिश्चत किया जा सके.
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बुंदेलखंड के पिछड़ेपन और असमानता की बातें कई सालों से हो रही हैं, लेकिन इस पर किसी भी सरकार ने ठोस प्रयास नहीं किए. दो दिवसीय कार्यशाला चल रही है इसमें पांच अलग-अलग सेक्टरों पर चर्चा होगी. यहां के विकास को लिए बुंदेलखंड विकास बोर्ड का गठन मुख्यमंत्री ने किया है और इतनी जल्दी इस पर चर्चा के लिए इस सेमिनार का भी आयोजन कर दिया है. वहीं यहां पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए लगभग 9 हजार करोड़ रुपये की मुख्यमंत्री ने चार बड़ी सिंचाई परियोजनाओं की शुरूआत की है, जो किसानों के लिए वरदान साबित होगा.
सूर्य प्रताप साही, कृषि एवं कृषि शिक्षा मंत्री