बांदाः जिले के प्रभारी मंत्री लाखन सिंह शनिवार को बांदा पहुंचे, जहां पर उन्होंने अधिकारियों के साथ बारिश और ओलावृष्टि में किसानों की बर्बाद हुई फसलों को लेकर समीक्षा बैठक की. वहीं प्रभारी मंत्री ने जिले के कुछ गांवों में भी खेतों में जाकर स्थलीय निरीक्षण कर बर्बाद फसलों को देखा. वहीं बैठक के दौरान अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की बर्बाद फसलों को लेकर अलग-अलग राय को लेकर प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को किसानों की बर्बाद हुई फसलों का सही से सर्वे करने को लेकर भी निर्देशित किया.
जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों में हुई बहस
बांदा जिले के प्रभारी मंत्री और उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि एवं कृषि शिक्षा राज्य मंत्री लाखन सिंह शनिवार को बांदा पहुंचे थे. उन्होंने कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ ओलावृष्टि और बारिश में बर्बाद हुई फसलों को लेकर समीक्षा बैठक की. वहीं समीक्षा बैठक में किसानों की चौपट हुई फसलों के आकलन को लेकर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों में कई बार बहस भी हुई. कारण यह था कि अधिकारी अपनी रिपोर्ट बता रहे थे, तो वहीं जनप्रतिनिधि उस रिपोर्ट को सही नहीं मान रहे थे. जनप्रतिनिधियों का कहना था कि अधिकारियों की यह रिपोर्ट सही नहीं है इसमें नुकसान का आकलन कम किया गया है. इसके बाद मंत्री लाखन सिंह बबेरू क्षेत्र के कुछ गांव में भी गए. जहां पर उन्होंने ग्रामीणों के साथ चौपाल लगाई और खेतों में जाकर उनकी बर्बाद हुई फसलों को देखा.
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अतिवृष्टि और ओलावृष्टि में जिन किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं उनकी छतिपूर्ती किसानों को दिलाई जाएगी. जिन किसानों का सर्वे नहीं हुआ है उसे भी जल्द पूरा करा लिया जाएगा. जिन किसानों की फसलों का बीमा है उनकी छतिपूर्ती बीमा कम्पनी देगी और जिन किसानों की फसलों का बीमा नहीं है, उनका सर्वे कराकर छतिपूर्ति हमारी सरकार देगी. किसानों को तत्काल राहत देने के लिए रिपोर्ट भेजी जा रही है अगर किसी की शिकायत होगी तो उसका पुनः सर्वे कराकर छतिपूर्ति कराया जाएगा.
-लाखन सिंह, प्रभारी मंत्री