बांदा: जिले के सरकारी गेहूं खरीद केंद्र व दलहन खरीद केंद्रों पर किसानों के साथ जमकर लूट की जा रही है. यहां पर किसानों से अनाज की साफ-सफाई और नमी के नाम पर प्रति क्विंटल पर लगभग 3 किलो अनाज की कटौती की जा रही है. वहीं मामले की जानकारी होने के बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारी अंजान बने हुए हैं.
बुंदेलखंड के किसानों की कभी सूखा तो कभी ओलावृष्टि तो कभी अन्ना जानवरों के चलते फसलें बर्बाद हो जाती हैं. किसान फसलों को दिन रात जागकर रखवाली करने के बाद बेचने जब खरीद केंद्र लेकर पहुंचता है, तो यहां भी इनके साथ लूट-घसोट और उगाही की जाती है. ईटीवी भारत की टीम ने जब शहर की मंडी स्थल में स्थित गेहूं खरीद केंद्रों और दलहन खरीद केंद्रों का हाल जाना तो चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आईं.
यहां किसानों से प्रति क्विंटल लगभग तीन किलो अनाज की कटौती की जाती है. 50 किलो की बोरी वजन के बदले किसानों से 50 किलो 700 ग्राम से लेकर 51 किलो तक वजन लिया जा रहा है. वहीं अनाज में नमी और साफ-सफाई के नाम पर प्रति कुंतल 2 किलो अतिरिक्त अनाज की कटौती की जा रही है.
केंद्र पर तैनात कर्मचारियों ने बताया कि इन्हें जो आदेश मिला है. उसी के अनुसार धान की खरीदारी कर रहे हैं, जो अतिरिक्त तौल की जा रही है. वह अनाज की साफ-सफाई, नमी और बोरी के वजन के नाम पर की जाती है.