बांदा : जिले के एक प्राइवेट अस्पताल में शनिवार को इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई. बच्चे की मौत से आक्रोशित परिजनों ने डॉक्टर पर गलत इलाज करने का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया. वहीं घटना के बाद अस्पताल में लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया. वहीं मृतक बच्चे के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे अपनी हिरासत में लिया है.
मृतक के परिजनों के मुताबिक, बच्चे की हालत सामान्य थी और उसे हल्का बुखार था. लेकिन अस्पताल लाने के बाद जैसे ही डॉक्टर ने उसे इंजेक्शन लगाया, उसकी हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
क्या है पूरा मामला
पूरा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के छावनी चौराहे पर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल का है, जहां पर मटौंध थाना क्षेत्र के लल्लू अपने 4 वर्षीय बेटे को हल्का बुखार होने पर डॉ. राम अवतार के यहां लाए थे. यहां पर इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई.
'बच्चे की हालत थी गम्भीर'
डॉक्टर राम अवतार ने बताया, 'जिस बच्चे को हमारे अस्पताल लाया गया था, उसकी हालत बहुत खराब थी. उसका मेरे द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया था और उसे किसी अन्य डॉक्टर को दिखाने की परिजनों को सलाह दी गई थी, लेकिन परिजनों ने कहा कि यहीं पर उसका इलाज कर दिया जाए, बाकी हमारी जिम्मेदारी है. इसके बाद मैंने एक उसे सामान्य इंजेक्शन लगाया था.'
डॉक्टर पर धारा 304 के तहत दर्ज हुआ मुकदमा
पूरे मामले को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र प्रताप चौहान ने बताया कि मटौंध थाना क्षेत्र के मोहनपुरना के रहने वाले बबलू प्रजापति ने कोतवाली में यह सूचना दी कि उनके 4 वर्षीय भतीजे की प्राइवेट अस्पताल में गलत इंजेक्शन लगाने से मौत हो गई है. इस पर पुलिस ने डॉक्टर राम अवतार के खिलाफ धारा 304 के तहत मुकदमा दर्ज किया है और बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.