बलरामपुरः देवीपाटन मंदिर के विकास की जो नींव ब्रह्मलीन महंत महेंद्रनाथ योगी ने डाली थी वह अविस्मरणीय है. संत समाज उनके कर्तव्यनिष्ठा का लोहा मानता है. परिस्थितियां कुछ भी रही हो लेकिन उन्होंने जो ठान लिया उसे करके दिखाया. यही सब खूबियां उन्हें अलग करती है. यह बात ब्रह्मलीन की बीसवीं पुण्यतिथि पर शक्तिपीठ मंदिर देवीपाटन में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में देवीपाटन के पीठाधीश्वर मिथलेशनाथ योगी ने श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कही.
ब्रह्मलीन महंत के पुण्यतिथि पर सात दिनों तक चला समारोह
ब्रम्हलीन महंत महेंद्र नाथ योगी के बीसवीं पुण्यतिथि पर शक्तिपीठ पर एक दिसम्बर से सात दिवसीय समारोह का आयोजन किया गया था. अंतिम दिन सोमवार को श्रद्धांजलि सभा में नेपाल सहित देश के प्रमुख मठ मंदिर के महंत संत, जनप्रतिनिधियों ने ब्रह्मलीन महंत के चित्र पर पुष्पांजलि करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम में मौजूद संतों व जनप्रतिनिधियों ने ब्रह्मलीन महंत के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मंदिर की सुंदरीकरण करने के लिए वे रात दिन सोचते रहे. मंदिर के चारों तरफ नौ देवियों की मूर्ति की स्थापना, गोरक्षनाथ एवं दानवीर कर्ण मंदिर की स्थापना, सूरजकुंड की भव्य सुंदरीकरण, गौशाला, यात्री निवास, बनवासी छात्रावास की स्थापना आदि महंत महेंद्रनाथ की देन है.
इन्होंने भी ब्रह्मलीन महंत महेंद्रनाथ को किया याद
छोटी छावनी अयोध्या के महंत सुरेश दास, हनुमान गढ़ी मंदिर अयोध्या के महंत धर्मदास, हरियाणा के रावल दास दीनानाथ, अनंतनाथ, दिल्ली से कौशलेंद्र गिरी, बलिया से सूरज नाथ, विधायक सदर पलटू राम तुलसीपुर के विधायक कैलाश नाथ शुक्ला भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंह ने श्रदांजलि अर्पित करते हुए ब्रम्हलीन को याद किया.