बलरामपुर: शिक्षा व्यवस्था को धार देने और शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार, नीति आयोग के साथ मिलकर सभी स्तरों पर काम कर रहा है. लेकिन जिले में तैनात शिक्षक स्कूल से नदारद हैं. जिससे न केवल बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, बल्कि उनके भविष्य पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
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मनोज कुमार, जो यहां पर सहायक अध्यापक के पद पर तैनात हैं, वह अकेले ही तकरीबन 80 से अधिक विद्यार्थियों को पढ़ा रहे हैं. विद्यालय के रसोईया राम बुझारत ने बताया कि मैंने 2 दिन से प्रभारी अध्यापक और सहायक अध्यापिका को नहीं देखा. इसके साथ ही मैं खाना बनाने के बाद चला जाता हूं. उसके बाद वो आते हैं कि नहीं मुझे नहीं पता.
इस मामले को संज्ञान में लेते हुए खंड शिक्षा अधिकारी को जांच के लिए लिख रहा हूं. इसके साथ ही मेरी कोशिश होगी कि मैं भी इस विद्यालय में जाकर स्वयं वहां की स्थिति देखूं. अगर शिक्षकों की गलती पाई जाती है तो उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
- हरिहर प्रसाद, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी