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बलरामपुर में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म, पुलिस बना रही सुलह का दबाव

यूपी के बलरामपुर में एक नाबालिग किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. पीड़िता ने पुलिस पर कार्रवाई न कर सुलह का दबाव बनाने का आरोप लगाया है. वहीं एसपी देव रंजन वर्मा ने मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.

बलरामपुर में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म .
बलरामपुर में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म .
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Published : Sep 25, 2020, 6:59 PM IST

बलरामपुर: जिले के ललिया थाने की पुलिस महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर संवेदनशील दिखाई नहीं देती है. ललिया पुलिस गैंगरेप जैसी घटनाओं को भी महत्वहीन समझ रही है. संवेदनशील अपराधों को लेकर ललिया पुलिस पर आरोपियों के साथ सांठगांठ कर सुलह कराने के लिए दबाव बनाने के भी आरोप बराबर लग रहे हैं.

मामले की जानकारी देते अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा.

जानें पूरा मामला
ताजा मामला ललिया थाना क्षेत्र के एक गांव का है. यहां पर एक नाबालिक किशोरी के साथ गैंगरेप किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. मामले की शिकायत लेकर परिजन थाने पर गए, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट लिखने के बजाए जबरन सुलह समझौता कराने का प्रयास किया. थाने से न्याय न मिलते देख पीड़ित परिवार पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगा रहा है.

15 सितंबर की है घटना
पीड़िता ने अपनी मां के साथ ललिया थाने में तहरीर दी है. पीड़िता का आरोप है कि 15 सितंबर की मध्य रात्रि में गांव के रहने वाले चार लोग उसे चारपाई से उठा ले गए थे. आरोपियों ने नाबालिग को गांव के बाहर एक खेत में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी नाबालिग को वहीं छोड़ मौके से फरार हो गए थे.

बेहोशी की हालत में मिली बेटी
पीड़िता की मां ने बताया कि सुबह करीब 4 बजे जब उनकी नींद खुली तो बेटी अपनी चारपाई पर मौजूद नहीं थी. इसके बाद उन्होंने अपनी बेटी की तलाश शुरू कर दी, लेकिन काफी तलाश करने के बाद भी उनकी बेटी का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद शौच के लिए गई महिलाओं ने बताया कि नाबालिग बेहोशी की हालत में खेत में पड़ी है. जानकारी मिलने के बाद परिजन नाबालिग को लेकर घर आए.

पीड़िता की मां का कहना है कि उनके पति रोजी-रोजगार के लिए बाहर गए हुए हैं. घर में केवल वह और उनकी बेटी रहती हैं. घर गांव के बाहर छप्पर का बना हुआ है, जिसमें कोई दरवाजा भी नहीं है. टाटिया लगाकर दरवाजा बंद किया जाता है, जिसे खोलकर आरोपी घर में घुस आए और लड़की को चारपाई से उठाकर खेत में ले गए.

पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
होश में आने पर पीड़िता ने बताया कि चारों आरोपियों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. इसके बाद पीड़िता अपनी मां के साथ थाने में तहरीर देने गई, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बजाए आरोपियों को बुलाकर समझौता करने का दबाव बनाया. यहां तक की अनपढ़ महिला से कोरे कागज पर अंगूठा भी लगवाया गया.

पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
थाने में न्याय न मिलता देख पीड़ित मां-बेटी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचीं. यहां अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्र ने थाना ललिया को तत्काल मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए. इसके बावजूद भी थाना ललिया पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. अपर पुलिस अधीक्षक के आदेश के बाद भी न्याय न मिलने पर पीड़त मां-बेटी 24 सितंबर को फिर से एसपी से मिलने पहुंचीं.

एसपी देव रंजन वर्मा ने जताई नाराजगी
पीड़िता का आरोप है कि आरोपी पक्ष के लोग पैसे वाले हैं, इसीलिए पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. पीड़िता का कहना है कि आरपियों के संबंध सपा के पूर्व विधायक से भी हैं. यही वजह है कि पुलिस मामले में समझौता कराने के लिए लगातार दबाव बना रही है. एसपी देव रंजन वर्मा ने मामले पर नाराजगी जताते हुए मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

अपर पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा ने बताया कि मामले का संज्ञान लेते हुए सीओ सदर को निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए गए हैं. जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी.

बलरामपुर: जिले के ललिया थाने की पुलिस महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर संवेदनशील दिखाई नहीं देती है. ललिया पुलिस गैंगरेप जैसी घटनाओं को भी महत्वहीन समझ रही है. संवेदनशील अपराधों को लेकर ललिया पुलिस पर आरोपियों के साथ सांठगांठ कर सुलह कराने के लिए दबाव बनाने के भी आरोप बराबर लग रहे हैं.

मामले की जानकारी देते अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा.

जानें पूरा मामला
ताजा मामला ललिया थाना क्षेत्र के एक गांव का है. यहां पर एक नाबालिक किशोरी के साथ गैंगरेप किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. मामले की शिकायत लेकर परिजन थाने पर गए, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट लिखने के बजाए जबरन सुलह समझौता कराने का प्रयास किया. थाने से न्याय न मिलते देख पीड़ित परिवार पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगा रहा है.

15 सितंबर की है घटना
पीड़िता ने अपनी मां के साथ ललिया थाने में तहरीर दी है. पीड़िता का आरोप है कि 15 सितंबर की मध्य रात्रि में गांव के रहने वाले चार लोग उसे चारपाई से उठा ले गए थे. आरोपियों ने नाबालिग को गांव के बाहर एक खेत में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी नाबालिग को वहीं छोड़ मौके से फरार हो गए थे.

बेहोशी की हालत में मिली बेटी
पीड़िता की मां ने बताया कि सुबह करीब 4 बजे जब उनकी नींद खुली तो बेटी अपनी चारपाई पर मौजूद नहीं थी. इसके बाद उन्होंने अपनी बेटी की तलाश शुरू कर दी, लेकिन काफी तलाश करने के बाद भी उनकी बेटी का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद शौच के लिए गई महिलाओं ने बताया कि नाबालिग बेहोशी की हालत में खेत में पड़ी है. जानकारी मिलने के बाद परिजन नाबालिग को लेकर घर आए.

पीड़िता की मां का कहना है कि उनके पति रोजी-रोजगार के लिए बाहर गए हुए हैं. घर में केवल वह और उनकी बेटी रहती हैं. घर गांव के बाहर छप्पर का बना हुआ है, जिसमें कोई दरवाजा भी नहीं है. टाटिया लगाकर दरवाजा बंद किया जाता है, जिसे खोलकर आरोपी घर में घुस आए और लड़की को चारपाई से उठाकर खेत में ले गए.

पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
होश में आने पर पीड़िता ने बताया कि चारों आरोपियों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. इसके बाद पीड़िता अपनी मां के साथ थाने में तहरीर देने गई, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बजाए आरोपियों को बुलाकर समझौता करने का दबाव बनाया. यहां तक की अनपढ़ महिला से कोरे कागज पर अंगूठा भी लगवाया गया.

पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
थाने में न्याय न मिलता देख पीड़ित मां-बेटी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचीं. यहां अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्र ने थाना ललिया को तत्काल मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए. इसके बावजूद भी थाना ललिया पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. अपर पुलिस अधीक्षक के आदेश के बाद भी न्याय न मिलने पर पीड़त मां-बेटी 24 सितंबर को फिर से एसपी से मिलने पहुंचीं.

एसपी देव रंजन वर्मा ने जताई नाराजगी
पीड़िता का आरोप है कि आरोपी पक्ष के लोग पैसे वाले हैं, इसीलिए पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. पीड़िता का कहना है कि आरपियों के संबंध सपा के पूर्व विधायक से भी हैं. यही वजह है कि पुलिस मामले में समझौता कराने के लिए लगातार दबाव बना रही है. एसपी देव रंजन वर्मा ने मामले पर नाराजगी जताते हुए मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

अपर पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा ने बताया कि मामले का संज्ञान लेते हुए सीओ सदर को निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए गए हैं. जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी.

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