बलिया: कोतवाली इलाके में टीडी कॉलेज चौराहे के पास एक महिला न्याय की गुहार लगाते हुए अपने दो मासूम बच्चों को जंजीरों से बाधकर धरने पर बैठ गई. बीच सड़क पर दो मासूम बच्चे जंजीर में बधे देख हर कोई हैरान हो गया. महिला के धरना और हंगामे करने की जानकारी पुलिस को हुई. सूचना पाकर महिला थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे. महिला का आरोप है कि मेरे पति ने मुझे घर से निकाल दिया है.
मेरा पति मुझे छोड़ कर भाग गया-
- पीड़िता मोनिका ने बताया कि जून 2016 में उसकी शादी बृजेश से हुई थी.
- शादी के बाद उसके दो बच्चे हुए.
- इसके बाद बृजेश और उसका एक दोस्त उसे लेकर बेंगलुरु चले गए.
- इसके कुछ समय बाद मेरा पति मुझे वहां छोड़कर भाग गया.
थाने में कोई नहीं सुनता-
- शैलेन्द्र और मेरा पति एक ही कंपनी में काम करते थे, इसलिए मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज की.
- पुलिस ने मेरे पति को फोन पर समझाया इसके बाद मेरे पति ने शैलेन्द्र के माध्यम से मुझे बलिया पहुंचाने की बात कही.
- इसके बाद शैलेन्द्र मुझे बलिया छोड़ने जा रहा था, लेकिन मुगलसराय स्टेशन पर ही छोड़कर चला गया.
- मैं अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए सुखपुरा थाने पहुंची लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
मुख्यमंत्री दरबार पहुंच सुनाई आपबीती-
- लखनऊ में मुख्यमंत्री जी के दरबार में जाकर आपबीती बताई तो मुख्यमंत्री जी के आदेश पर मुझे शरणालय में रखवा दिया गया.
- कुछ समय बाद में वापस बलिया पहुंची, लेकिन मेरा पति मुझे घर में रखने से इंकार करता रहा.
- महिला का आरोप है कि उसके पति बृजेश की पहली पत्नी भी है.
- उसका कहना है कि जब उस घर में पहली पत्नी रह रही है, तो मैं और मेरे बच्चे वहां क्यों नहीं रह सकते.