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बच्चों को जंजीरों से बांधकर बीच सड़क पर धरने पर बैठी मां! - बलिया ताजा खबर

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक महिला अपने दो बच्चों को जंजीर से बांधकर धरने पर बैठ गई. महिला का आरोप है उसके पति ने उसे घर से निकाल दिया है.

धरने पर बैठी महिला.
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Published : Aug 13, 2019, 11:47 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST

बलिया: कोतवाली इलाके में टीडी कॉलेज चौराहे के पास एक महिला न्याय की गुहार लगाते हुए अपने दो मासूम बच्चों को जंजीरों से बाधकर धरने पर बैठ गई. बीच सड़क पर दो मासूम बच्चे जंजीर में बधे देख हर कोई हैरान हो गया. महिला के धरना और हंगामे करने की जानकारी पुलिस को हुई. सूचना पाकर महिला थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे. महिला का आरोप है कि मेरे पति ने मुझे घर से निकाल दिया है.

मेरा पति मुझे छोड़ कर भाग गया-

  • पीड़िता मोनिका ने बताया कि जून 2016 में उसकी शादी बृजेश से हुई थी.
  • शादी के बाद उसके दो बच्चे हुए.
  • इसके बाद बृजेश और उसका एक दोस्त उसे लेकर बेंगलुरु चले गए.
  • इसके कुछ समय बाद मेरा पति मुझे वहां छोड़कर भाग गया.
    बच्चों के साथ धरने पर बैठी मां.

थाने में कोई नहीं सुनता-

  • शैलेन्द्र और मेरा पति एक ही कंपनी में काम करते थे, इसलिए मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज की.
  • पुलिस ने मेरे पति को फोन पर समझाया इसके बाद मेरे पति ने शैलेन्द्र के माध्यम से मुझे बलिया पहुंचाने की बात कही.
  • इसके बाद शैलेन्द्र मुझे बलिया छोड़ने जा रहा था, लेकिन मुगलसराय स्टेशन पर ही छोड़कर चला गया.
  • मैं अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए सुखपुरा थाने पहुंची लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.

मुख्यमंत्री दरबार पहुंच सुनाई आपबीती-

  • लखनऊ में मुख्यमंत्री जी के दरबार में जाकर आपबीती बताई तो मुख्यमंत्री जी के आदेश पर मुझे शरणालय में रखवा दिया गया.
  • कुछ समय बाद में वापस बलिया पहुंची, लेकिन मेरा पति मुझे घर में रखने से इंकार करता रहा.
  • महिला का आरोप है कि उसके पति बृजेश की पहली पत्नी भी है.
  • उसका कहना है कि जब उस घर में पहली पत्नी रह रही है, तो मैं और मेरे बच्चे वहां क्यों नहीं रह सकते.

बलिया: कोतवाली इलाके में टीडी कॉलेज चौराहे के पास एक महिला न्याय की गुहार लगाते हुए अपने दो मासूम बच्चों को जंजीरों से बाधकर धरने पर बैठ गई. बीच सड़क पर दो मासूम बच्चे जंजीर में बधे देख हर कोई हैरान हो गया. महिला के धरना और हंगामे करने की जानकारी पुलिस को हुई. सूचना पाकर महिला थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे. महिला का आरोप है कि मेरे पति ने मुझे घर से निकाल दिया है.

मेरा पति मुझे छोड़ कर भाग गया-

  • पीड़िता मोनिका ने बताया कि जून 2016 में उसकी शादी बृजेश से हुई थी.
  • शादी के बाद उसके दो बच्चे हुए.
  • इसके बाद बृजेश और उसका एक दोस्त उसे लेकर बेंगलुरु चले गए.
  • इसके कुछ समय बाद मेरा पति मुझे वहां छोड़कर भाग गया.
    बच्चों के साथ धरने पर बैठी मां.

थाने में कोई नहीं सुनता-

  • शैलेन्द्र और मेरा पति एक ही कंपनी में काम करते थे, इसलिए मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज की.
  • पुलिस ने मेरे पति को फोन पर समझाया इसके बाद मेरे पति ने शैलेन्द्र के माध्यम से मुझे बलिया पहुंचाने की बात कही.
  • इसके बाद शैलेन्द्र मुझे बलिया छोड़ने जा रहा था, लेकिन मुगलसराय स्टेशन पर ही छोड़कर चला गया.
  • मैं अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए सुखपुरा थाने पहुंची लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.

मुख्यमंत्री दरबार पहुंच सुनाई आपबीती-

  • लखनऊ में मुख्यमंत्री जी के दरबार में जाकर आपबीती बताई तो मुख्यमंत्री जी के आदेश पर मुझे शरणालय में रखवा दिया गया.
  • कुछ समय बाद में वापस बलिया पहुंची, लेकिन मेरा पति मुझे घर में रखने से इंकार करता रहा.
  • महिला का आरोप है कि उसके पति बृजेश की पहली पत्नी भी है.
  • उसका कहना है कि जब उस घर में पहली पत्नी रह रही है, तो मैं और मेरे बच्चे वहां क्यों नहीं रह सकते.
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बलिया जिले के कोतवाली इलाके में टीडी कॉलेज चौराहे के पास एक महिला न्याय की गुहार लगाते हुए अपने दो मासूम बच्चों को जंजीरों से बाधकर धरने पर बैठ गई बीच सड़क पर दो मासूम बच्चे जंजीर में बधे देख हर कोई हैरान हो गया महिला के धरना और हंगामे करने की जानकारी पुलिस को ही इस मौके पर तत्काल महिला थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी पहुंचे और महिला को समझाने का प्रयास करने लगे पीड़ित महिला का कहना है कि उसके पति उसे घर में नहीं रखना चाहते और उसे प्रताड़ित भी करते हैं

Body:धरने पर बैठी महिला के अनुसार उसका नाम मोनिका यादव है और जून 2016 में सुखपुरा थाना क्षेत्र के धरहरा गांव के रहने वाले बृजेश यादव से उसकी शादी हुई थी जिसके बाद इसे दो बच्चे भी हुए इसके बाद उसका पति और पति का दोस्त शैलेंद्र यादव दोनों उसे लेकर बेंगलुरु चले गए इसके कुछ समय बाद मेरा पति मुझे वहां छोड़कर भाग गया शैलेन्द्र यादव और मेरा पति एक ही कंपनी में काम करते थे इसलिए मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज की पुलिस ने मेरे पति को फोन पर समझाया इसके बाद मेरे पति ने शैलेन्द्र यादव के माध्यम से मुझे बलिया पहुंचाने की बात कही लेकिन मुगलसराय स्टेशन पर ही शैलेंद्र मुझे छोड़कर चला गया

इसके बाद मैं अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए सुखपुरा थाने पहुंची लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई कई अधिकारियों के भी चक्कर लगाए लेकिन किसी ने मेरी नहीं सुनी फिर कुछ लोगों ने कहा कि लखनऊ में मुख्यमंत्री जी के दरबार में पेश हो जाओ मैं वहां पहुंची अपनी पूरी बात बताई तो मुख्यमंत्री जी के आदेश पर मुझे शरणालय में रखवा दिया गया कुछ समय बाद में वापस बलिया पहुंची लेकिन मेरा पति मुझे घर में रखने से इंकार करता रहा

Conclusion:महिला के अनुसार उसके पति बृजेश की पहली पत्नी भी है जब उस घर में एक महिला रह रही है तो मैं और मेरे बच्चे वहां क्यों नहीं रह सकते इन छोटे-छोटे मासूम बच्चों का क्या कसूर है

बाइट-मोनिका यादव---धरने पर बैठी महिला

प्रशान्त बनर्जी
बलिया
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST
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