बलिया : जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के क्रियान्वयन में जिला प्रशासन की लापरवाही सामने आई है. बीते 5 दिसंबर को फेफना में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 765 जोड़ों की शादी कराई गई थी.
शादी समारोह में यह दावा किया गया था कि सभी लाभार्थियों को सामान मिलेगा. हालांकि कई नवविवाहित जोड़ों को बिना सामान के ही घर वापस लौटना पड़ा. इसके बाद से ये नवविवाहित जोड़े विकास भवन के चक्कर काट रहे हैं.
बता दें कि बीते 5 दिसंबर को फेफना में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया था. इस दौरान 765 जोड़ों की शादी कराई गई थी. शादी समारोह में यह दावा किया गया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत जो सामान मिलता है, वो सभी लाभार्थियों को दिया जाएगा. शादी संपन्न होने के बाद कई नवविवाहित जोड़ों को बिना सामान के ही घर वापस लौटना पड़ा.
इस दौरान उन्हें यह आश्वासन दिया गया कि अगले दिन विकास भवन से सारा सामान मिल जाएगा. इसके बावजूद पिछले 10 दिनों से चक्कर लगाने के बाद भी विवाहित जोड़ों को अभी तक सामान नहीं मिल पाया है.
गुरुवार को करीब 20 नवविवाहित जोड़े विकास भवन पर सामान लेने पहुंचे थे. यहां विकास भवन के बाहर लाल जोड़ों में बैठी दुल्हनों और उनके परिवार वालों ने मीडिया से बातचीत मे बताया कि शादी करने के बाद से ही वो विकास भवन के चक्कर काट रहे हैं. नवविवाहित जोड़े के मुताबिक शृंगार के सामान के साथ पायल, अटैची, बैग, कूकर व अन्य कई सामान उन्हें अब भी मिलना बाकी है.
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