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बलिया: दलित बच्चों के साथ मीड डे मील में भेदभाव, डीएम ने दिए जांच के आदेश

यूपी के बलिया स्थित रामपुर प्राइमरी स्कूल में मिड डे मील को लेकर दलित बच्चों के साथ भेदभाव का मामला सामने आया है. जिसके बाद डीएम ने एसडीएम और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को मामले की जांच सौंपी है.

भवानी सिंह खंगारोत, डीएम
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Published : Aug 29, 2019, 3:19 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:24 PM IST

बलिया: जिले के रामपुर स्थित परिषदीय स्कूल में दलित बच्चों के साथ मिड डे मील को लेकर भेदभाव करने का मामला सामने आया है. जिसके बाद डीएम ने स्कूल पहुंचकर बच्चों से बातचीत की और ईटीवी भारत को दी जानकारी में प्रथम दृष्टया इस मामले को गलत करार दिया है. वहीं डीएम ने पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच करने के लिए रसड़ा तहसील के एसडीएम और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को जिम्मेदारी दी है.

दलित बच्चों से भेदभाव मामले में डीएम ने जांच के दिए आदेश.

जानिए क्या है पूरा मामला

  • जिले के नगर शिक्षा क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय रामपुर का मामला है.
  • स्कूल में दलित बच्चों के साथ मिड-डे-मील में खाने को लेकर भेदभाव का मामला सामने आया.
  • दलित बच्चों का आरोप है कि स्कूल के बच्चे उनके साथ खाना खाने से परहेज करते हैं.
  • साथ ही दलित बच्चे घर से बर्तन लाकर उसमें खाना खाते हैं.

मामला सामने आने पर गुरुवार को जिलाधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री के साथ प्रशासनिक अमला स्कूल पहुंचा और मामले की जांच में जुट गया.

पढ़ें: विशेष समुदाय के बच्चों को पत्तल पर परोसा गया मिड-डे मील, वीडियो वायरल

भेदभाव का मामला पूरी तरीके से गलत है, प्रमाण स्वरूप स्कूल के छात्रों की उपस्थिति रजिस्टर को देखने पर मालूम पड़ा कि स्कूल में अधिकांश बच्चे एस-एसटी जाति से है और एक दो बच्चे पिछड़ी जाति से हैं. इसका मतलब यह है कि अधिकांश बच्चे एक ही बिरादरी के हैं, तो आपस में क्यों भेदभाव करेंगे. जहां से गलतफहमी सामने आई है वह पूरी तरीके से गलत है और इसका हम खंडन करते हैं. फिर भी मामला अत्यंत गंभीर है.. इसलिए एक-एक बच्चे से अलग-अलग और उनके अभिभावकों से बातचीत की जाएगी और पूरे मामले की जांच ज्वाइंट मजिस्ट्रेट से कराई जाएगी.
भवानी सिंह खंगारोत, डीएम

बलिया: जिले के रामपुर स्थित परिषदीय स्कूल में दलित बच्चों के साथ मिड डे मील को लेकर भेदभाव करने का मामला सामने आया है. जिसके बाद डीएम ने स्कूल पहुंचकर बच्चों से बातचीत की और ईटीवी भारत को दी जानकारी में प्रथम दृष्टया इस मामले को गलत करार दिया है. वहीं डीएम ने पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच करने के लिए रसड़ा तहसील के एसडीएम और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को जिम्मेदारी दी है.

दलित बच्चों से भेदभाव मामले में डीएम ने जांच के दिए आदेश.

जानिए क्या है पूरा मामला

  • जिले के नगर शिक्षा क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय रामपुर का मामला है.
  • स्कूल में दलित बच्चों के साथ मिड-डे-मील में खाने को लेकर भेदभाव का मामला सामने आया.
  • दलित बच्चों का आरोप है कि स्कूल के बच्चे उनके साथ खाना खाने से परहेज करते हैं.
  • साथ ही दलित बच्चे घर से बर्तन लाकर उसमें खाना खाते हैं.

मामला सामने आने पर गुरुवार को जिलाधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री के साथ प्रशासनिक अमला स्कूल पहुंचा और मामले की जांच में जुट गया.

पढ़ें: विशेष समुदाय के बच्चों को पत्तल पर परोसा गया मिड-डे मील, वीडियो वायरल

भेदभाव का मामला पूरी तरीके से गलत है, प्रमाण स्वरूप स्कूल के छात्रों की उपस्थिति रजिस्टर को देखने पर मालूम पड़ा कि स्कूल में अधिकांश बच्चे एस-एसटी जाति से है और एक दो बच्चे पिछड़ी जाति से हैं. इसका मतलब यह है कि अधिकांश बच्चे एक ही बिरादरी के हैं, तो आपस में क्यों भेदभाव करेंगे. जहां से गलतफहमी सामने आई है वह पूरी तरीके से गलत है और इसका हम खंडन करते हैं. फिर भी मामला अत्यंत गंभीर है.. इसलिए एक-एक बच्चे से अलग-अलग और उनके अभिभावकों से बातचीत की जाएगी और पूरे मामले की जांच ज्वाइंट मजिस्ट्रेट से कराई जाएगी.
भवानी सिंह खंगारोत, डीएम

Intro:बलिया--यूपी के बलिया में परिषदीय स्कूल में दलित बच्चों के साथ मिड डे मील में खाने को लेकर भेदभाव करने का मामला सामने आया है जिसके बाद जिलाधिकारी स्वयं इस स्कूल में पहुचकर बच्चो से बातचीत की और प्रथम दृष्टया इस मामले को गलत बताया और पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच करने के लिए रसड़ा तहसील के एसडीएम और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को जांच सौंप दिया है


Body:बलिया के नगर शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय रामपुर में दलित बच्चों के साथ मिड डे मील में खाने को लेकर भेदभाव करने का मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया इस स्कूल में बच्चे दलित बच्चों के साथ बैठकर खाना खाने से परहेज करते हैं साथ ही अपने घर से भी बर्तन लाकर उसमें खाना खाते हैं ऐसा मामला सामने आने पर गुरुवार को जिलाधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री के साथ प्रशासनिक अमला स्कूल पहुंचा और मामले की जांच करने लगा

जिलाधिकारी ने बताया कि स्कूल में बच्चों से बातचीत की गई है साथ ही अन्य लोगों से भी वार्ता की गई जिसमें भेदभाव का मामला गलत पाया गया लेकिन मामला अत्यंत गंभीर है इसलिए पूरे प्रकार की गहनता से जांच की जाएगी


Conclusion:जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारोत ने बताया कि भेदभाव का मामला पूरी तरीके से गलत है उन्होंने प्रमाण स्वरूप स्कूल के छात्रों की उपस्थिति रजिस्टर को दिखाते हुए कहा कि ऐसे स्कूल में अधिकांश बच्चे sc-st बिरादरी से है एक दो बच्चे पिछड़ी जाति से हैं इसका मतलब यह है कि अधिकांश बच्चे एक ही बिरादरी के हैं तो आपस में क्यों भेदभाव करेंगे उन्होंने कहा कि जहां से दिए गलतफहमी पाई गई है पूरी तरीके से गलत है और इसका हम खंडन करते हैं

फिर भी मामला अत्यंत गंभीर है इसलिए एक-एक बच्चे से अलग-अलग और उनके अभिभावकों से बातचीत की जाएगी और इस पूरे मामले की जांच ज्वाइंट मजिस्ट्रेट से कराई जाएगी

बाइट--भवानी सिंह खंगारोत---डीएम

प्रशान्त बनर्जी
बलिया
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:24 PM IST
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