बहराइच: जिले में लॉकडाउन के कारण ग्रामीण अंचलों में स्थित प्राथमिक विद्यालयों में ई-पाठशाला के माध्यम से छात्रों को शिक्षा प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है. अब स्मार्टफोन से वंचित छात्र-छात्रा भी घर बैठकर पढ़ाई कर सकते हैं. इसके लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मैसेज और प्रिंट मैटर के माध्यम से छात्र-छात्राओं को शिक्षा प्रदान करने की पहल शुरू की है.
बहराइच में वैश्विक महामारी कोरोना के कारण उत्पन्न विषम परिस्थितियों में प्रभावी लाॅकडाउन के कारण विद्यालय बन्द होने से अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की शिक्षा प्रभावित हो रही थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार यादव ने पहल शुरू की है.
एसएमएस के माध्यम से शिक्षा का प्रयास
बीसएए के आह्वान और खण्ड शिक्षा अधिकारी चित्तौरा के निर्देशन में विकासखण्ड चित्तौरा के ग्रामीण अंचलों में स्थित समस्त विद्यालयों में ई-पाठशाला के माध्यम से छात्रों को शिक्षा प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है. ऐसे छात्र-छात्राएं जिनके अभिभावकों के पास स्मार्टफोन उपलब्ध नहीं है, जिनके पास सामान्य फोन (की पैड) उपलब्ध है, उनको एसएमएस के माध्यम से शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है.
छपी सामग्री का विद्यार्थियों में किया गया वितरण
इसके अलावा नई पहल करते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रशिक्षु आईएएस सूरज पटेल के निर्देशन में खण्ड शिक्षा अधिकारी बृजलाल वर्मा द्वारा कक्षा- 3, 4, 5 में अध्ययनरत लगभग 15,000 छात्र-छात्राओं को भाषा और गणित विषय की छपी छपाई सामग्री का वितरण किया गया. इससे बच्चों के शैक्षिक स्तर में कोई कमी न आने पाए. इस पहल की अभिभावकों द्वारा सराहना करते हुए पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया गया.
ई-पाठशाला का भी किया गया शुभारंभ
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार यादव ने बताया कि नवाचार शिक्षा के तहत मोबाइल ग्रुप बनाकर छात्र-छात्राओं को शिक्षा देने के लिए ई-पाठशाला का शुभारंभ किया गया है. अब स्मार्टफोन से वंचित छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए एसएमएस का इस्तेमाल शुरू किया गया है. साथ ही ऐसे छात्र छात्राओं को पढ़ाने के लिए प्रिंट मैटर उपलब्ध कराया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- बहराइच परिवहन निगम में डीजल घोटाला, क्षेत्रीय प्रबंधक ने दिए जांच के आदेश