बहराइच: जिले में राष्ट्रीय महिला रचनाकार मंच के तत्वाधान में हिंदी पखवाड़े के तहत हिंदी भाषा के सम्मान में विशेष आयोजन की शुरुआत की गई है. यह हिंदी साहित्य के पुरोधा कवियों, लेखकों के व्यक्तित्व पर आधारित रहेगा. रविवार को राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त के व्यक्तित्व का सर्जन किया गया. कवयित्रियों ने मैथिलीशरण गुप्त के व्यक्तित्व पर अपने भावों की अभिव्यक्ति की.
राष्ट्रीय महिला रचनाकार मंच के तत्वावधान में हिन्दी पखवाड़े के अंतर्गत 2 सितम्बर से हिन्दी भाषा के सम्मान में एक विशेष आयोजन का शुभारंभ किया गया. यह 14 सितंबर तक लगातार हिन्दी साहित्य के किसी न किसी पुरोधा कवि लेखकों के व्यक्तित्व पर आधारित रहेगा. आयोजन के अन्तर्गत हरिवंश राय बच्चन, सुभद्रा कुमारी चौहान, सूर्यकांत निराला के व्यक्तित्व पर काव्य सृजन कर रही देश-विदेश की महिलाओं ने शुक्रवार 5 सितम्बर को राष्ट्र कवि मैथिलीशरण गुप्त के व्यक्तित्व पर काव्य सृजन करते हुए इस आयोजन को सफल बनाया.
इसका संयोजन कवयित्री रचना सक्सेना ने किया और अध्यक्षता वरिष्ठ अधिवक्ता और रंगकर्मी ऋतन्धरा मिश्रा ने की. बहराइच से रूचि मटरेजा और प्रयागराज की चेतना सिंह ने इस आयोजन में संयुक्त संचालन की ओर से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए. इस अवसर पर देश-विदेश की अनेक कवयित्री बहनों ने अपनी सुंदर रचनाओं की प्रस्तुतियां दी.
ऋतंधरा मिश्रा प्रयागराज से लिखती हैं- याद दिलाता मधुशाला जीवन के कुछ गूढ़ रहस्य में, रचना सक्सेना प्रयागराज से मैथिलीशरण गुप्त पर कहती हैं... पढ़ती हूं तेरी रचना जब, उन अर्थों में खो जाती हूं. चित्र व्यथा एक नारी का, तेरे लेखन में सब पाती हूं. चेतना चितेरी प्रयागराज से कहती हैं - दलित सर्वहारा वर्ग के प्रति, अपने कारुणिक संवेदना को संप्रेषित करने वाले 'निराला' का व्यक्तित्व अप्रतिम है. रूचि मटरेजा कहती हैं..संघर्ष भरा जीवन जिनका वह थे कवि सूर्यकान्त निराला. इस आयोजन में अनामिका मीरा सिन्हा, डॉ. सरला सिंह, हरजीतकौर, प्रतिमा शर्मा, सीमा गर्ग, मीना विवेक, इन्दु सिन्हा नन्दिता सोनी, राशि, मधु पाठक समेत अनेक कवयित्री बहनों नें शिरकत की.