बहराइच: कर्नाटक कैडर के आईएएस अनुराग तिवारी की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट पर अंगुली उठी है. यह अंगुलीकिसी और ने नहीं बल्कि आईएएस अनुराग तिवारी के माता-पिता ने उठाई है. उनके माता-पिता का कहना है कि उनके बेटे की भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के चलते हत्या कर दी गई. सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट में घटना से जुड़े अनेकों तथ्यों को छुआ तक नहीं गया है. माता-पिता ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की बात कही है.
कर्नाटक कैडर के आईएएस अनुराग तिवारी बहराइच जिले की कोतवाली नगर क्षेत्र के कानूनगोपुरा दक्षिण के निवासी थे. उनके पिता डॉ बीएन सिंह किसान डिग्री कॉलेज के रिटायर्ड प्रोफेसर हैं. मई 2017 में लखनऊ के राज अतिथि गृह के करीब अनुराग तिवारी का शव मिला था. शुरुआती दौर में शासन-प्रशासन और पुलिस उस मौत को हादसा बता रही थी, लेकिन उनके परिजन हत्या बता रहे थे.
अनुराग के माता-पिता ने सीबीआई रिपोर्ट पर उठाई अंगुली
तमाम जद्दोजहद के बाद मुख्यमंत्री के आदेश पर पहले एसआईटी का गठन हुआ और 15 दिनों में रिपोर्ट तलब की गई, लेकिन महीनों बीत जाने के बाद एसआईटी की कोई रिपोर्ट नहीं आई. इसके बाद केंद्र सरकार से पैरवी कर सीबीआई जांच शुरू कराई गई. विगत दिवस सीबीआई ने इस मामले में रिपोर्ट तलब कर बताया कि आईएएस अनुराग तिवारी की मौत सड़क हादसे में हुई है. सीबीआई रिपोर्ट को लेकर उनके माता-पिता ने सवाल खड़े किए हैं.
साक्ष्यों को मिटाने का माता ने लगाया आरोप
अनुराग तिवारी के माता-पिता बेटे की हत्या की बात कह रहे हैं. उन्होंने सीबीआई रिपोर्ट पर अंगुली उठाते हुए अब न्यायालय की शरण में जाने की बात कही है. आईएएस अनुराग तिवारी की माता विमला तिवारी बेटे की मौत से सदमे में हैं. डेढ़ साल बाद भी उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. उनकी माता का कहना है कि अनुराग तिवारी की हत्या से जुड़े साक्ष्यों को नष्ट किया जा रहा है. स्टेट गेस्ट हाउस में जिस अफसर के साथ अनुराग रुके थे वह हत्या के बारे में जानता है. उनका कहना है कि हत्या को हादसा दिखाने के लिए साक्ष्यों को मिटाया गया है.
आवास का ताला तोड़कर खंगाले गए दस्तावेज
अनुराग की माता ने कहा कि शव के साथ मिले कपड़ों को जला दिया गया. उनके मोबाइल को गायब कर दिया गया है. इतना ही नहीं राजधानी बेंगलुरू में जहां वह रहते थे उस आवास का ताला तोड़कर दस्तावेज खंगाले गए हैं, जिसमें से कुछ गायब कर दिए गए है. इन सब बिंदुओं को नजरअंदाज कर जिस तरीके से सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट जमा की है वह अपने आप में आश्चर्यजनक और निराश करने वाली है.
पिता ने कहा- जाएंगे अदालत
पिता डॉ बीएन तिवारी का कहना है कि अनुराग तिवारी ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान चला रखा था. उसका मुंह बंद करने के लिए उसकी हत्या करा दी गई. उन्होंने कहा की गेस्ट हाउस में एक आईएएस रुका. उसी गेस्ट हाउस के करीब में उसका संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला, लेकिन गेस्ट हाउस के दस्तावेजों में उनका नाम तक दर्ज तक नहीं है. वह सीबीआई की रिपोर्ट से काफी आहत हैं. उन्होंने कहा कि वह चुप नहीं बैठेंगे वह अपने बेटे को न्याय दिलाने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे .