बहराइचः जिले में एक तेंदुए ने आठ साल की मासूम शिवानी को अपना निवाला बना डाला. घटना खैरीघाट थाना इलाके के चौकसाहार गांव की है. इस घटना के बाद से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. अभी चार तीन पहले ही पांच साल के मासूम रवि को भी तेंदुए ने निवाला बनाया था.
आदमखोर तेंदुआ मासूमों को बना रहा निशाना
पांच दिन के भीतर आदमखोर तेंदुए ने 2 मासूमों को अपना निवाला बना डाला. इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है. मासूम शिवानी त्रिलोकी की बेटी थी. उन्होंने इसकी जानकारी वन विभाग को दी है. जिसके बाद चीफ वन संरक्षक रेनू सिंह और कंजरवेटर डॉक्टर अनिरूद्ध पांडेय ने मौके का जायजा लिया. डीएफओ मनीष सिंह ने कहा कि तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाये जा रहे हैं. ड्रोन कैमरों से तेंदुए की निगरानी भी की जा रही है. ग्रामीणों को सतर्क करने के लिये वन विभाग की गाड़ी गांव-गांव घूमकर लोगों से अकेले बच्चों को आंगन में न छोड़ने के अपील कर रही है.
यहां लगेंगे पिंजड़े
आदमखोर हो चुके तेंदुए को पकड़ने के लिये बेलामकन, पिपरिया, रायगंज और चौकसाहार समेत चार स्थानों पर पिंजरे लगाने की कवायद शुरू हो गयी है. उस पर नज़र रखने के लिए ड्रोन कैमरे की भी मदद ली जा रही है. पूरे इलाके में आसमान से मंडराता ड्रोन कैमरा पल-पल तेंदुए की लोकेशन का पता लगा रहा है.
तीन टीमों का गठन
दो बच्चों को मौत के घाट उतारने वाले तेंदुए को पकड़ने के लिये तीन टीमें गठित की गयी हैं. तीनों टीमों में अलग-अलग रेंजर शामिल किये गये हैं. इसकी निगरानी एसडीओ नानपारा को सौंपी गई है.
30 वनकर्मियों को भी तैनात किया गया
सरयू नदी से सटे गांवों में हुई घटनाओं के बाद वन विभाग ने नदी किनारे आने वाले करीब दस ग्राम पंचायतों में 3-3 वनकर्मियों को तैनात किया है, जो ग्रामीणों को जागरूक करने का काम करेंगे.
वन विभाग दे रही सुरक्षा के टिप्स
ग्रामीणों को तेंदुए से बचाव करने के साथ बच्चों का ध्यान कैसे रखना है, इन बाताें की जानकारी देने के लिए वन विभाग ने दो गाड़ियों को लगाया है. जो इलाके में लोगों को सुरक्षा के टिप्स भी दे रही है.