बहराइच: शहर के कानूनगोपुरा में स्थित एक निजी अस्पताल के कर्मचारियों पर तीमारदारों ने पिटाई का आरोप लगाया है. मौके पर पहुंची पुलिस आरोपियों को पकड़ने की जगह उनके बचाव में लग गई. पुलिस की इस कार्यशैली से नाराज भाजपा नेता की पुलिस से झड़प भी हो गई. पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है.
जानें पूरा मामला
खैरीघाट थाना क्षेत्र में रहने वाले शिवपुर के एकघरा निवासी तिलकराम ने बताया कि उनकी पत्नी लक्ष्मी प्रेग्नेंट थी. डिलवरी का समय हो रहा था. दर्द ज्यादा होने पर सिटी अस्पताल में दलालों के माध्यम से उसको 6 मई को भर्ती कराया गया था. तीमारदार का आरोप है कि प्रसव के बाद से नवजात के इलाज में पूरी तरह से लापरवाही बरती गई. जिससे बच्चे की हालत बिगड़ने लगी. हालत बिगड़ती देख डॉक्टर ने अस्पताल मे ऑक्सीजन न होने की बात कहकर उसे मेडिकल कॉलेज ले जाने को कहा गया. वहां पर उपचार के दौरान मासूम की मौत हो गई. मासूम की मौत की अस्पताल में शिकायत करने पर अस्पतालकर्मी बकाया पैसों की मांग करते हुए हाथापाई पर उतर आए. कर्मचारी महिला की भतीजी से गाली गलौज करने लगे. विरोध करने पर महिलाओं और तीमारदारों को अस्पताल के कर्मचारियों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. तकरीबन एक घंटे तक अस्पताल में हंगामा चलता रहा.
जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे कानूनगोपुरा चौकी प्रभारी से लोगों ने पिटाई के आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की, लेकिन चौकी प्रभारी आरोपितों को बचाने में लगे रहे. चौकी प्रभारी की कार्यशैली देख भाजपा नेता प्रशांत मिश्रा नाराज हो गए और मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से की. कोतवाल निखिल श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में तिलकराम की तहरीर पर 6 से अधिक अज्ञात लोगों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.