बागपत: सिपाही की हत्या मामले में मृतक के परिजनों ने एसपी अभिषेक सिंह से मुलाकात कर हत्याकांड के जल्द खुलासे की मांग की. बता दें कि एक माह पूर्व शामली जनपद के आदर्श मंडी थाने से मामले की जांच बागपत क्राइम ब्रांच ट्रांसफर की जा चुकी है, लेकिन क्राइम ब्रांच भी अभी तक मामले की खुलासा नहीं कर पाई है.
बता दें कि छपरौली थाना क्षेत्र के ग्राम लूंब निवासी सहदेव सिंह का बेटा उमेश चौहान कांस्टेबल के पद पर जनपद बिजनौर में तैनात था. उमेश का अपनी पत्नी से घरेलू विवाद चल रहा था. केस की तारीख पर उमेश मुजफ्फरनगर न्यायालय में 24 जुलाई 2019 को घर से बाइक पर गया था, जो बाद में घर नहीं लौटा. 26 जुलाई 2019 को शामली में ग्राम मुंडेट के पास नहर में उमेश का शव मिला था.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उमेश की गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि हुई थी. मृतक सिपाही के परिजनों ने 27 जुलाई 2019 को ससुरालीजनों के खिलाफ थाना आदर्श मंडी शामली में मुकदमा दर्ज कराया था. आरोप है कि जनपद शामली पुलिस ने केस का राजफाश नहीं किया, जबकि शामली पुलिस लगातार केस का जल्द राजफाश करने का आश्वासन देती रही.
मामले की शिकायत पर उच्चाधिकारियों ने करीब एक माह पूर्व शामली के आदर्श मंडी थाने से विवेचना बागपत क्राइम को ट्रांसफर कर दी. आरोप है कि बागपत क्राइम ब्रांच भी केस का राजफाश नहीं कर रही है. आरोपित पक्ष के लोग केस में समझौते का दबाव बना रहे हैं. बाइक सवार दो युवकों ने घर पर आकर केस में फैसला करने का दबाव बनाते हुए धमकी दी है. इससे मृतक सिपाही का परिवार दहशत में है. उन्होंने एसपी से अपनी सुरक्षा और केस के राजफाश की मांग की. वहीं एसपी अभिषेक सिंह का कहना है कि केस की विवेचना के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.