बागपत: जनपद में प्रशासन द्वारा दो दिन पूर्व बालू खनन को लेकर छापेमारी की गई. इस दौरान खनन माफियाओं की 8 पोकलेन मशीन समेत कई हाइवा और ट्रैक्टर ट्राली जब्त कर 13 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस फरार बालू माफियाओं की तलाश में दबिश दे रही है और जल्द बालू खनन के आरोप में गिरफ्तारी की बात कह रही है.
बता दें कि दो दिन पूर्व पुलिस प्रसाशन को सूचना मिली थी कि बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के खेड़ी प्रधान गांव में हरियाणा के लोग यमुना नदी में पानी की धारा को मोड़कर बालू खनन कर रहे हैं. सूचना के बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम दुर्गेश कुमार मिश्र और सीओ आलोक सिंह ने छापेमारी की. इस दौरान उन्होंने यमुना नदी पर बनाए गए अवैध पुल को पोकलेन मशीनों से ध्वस्त करा दिया. प्रशासन की इस कार्रवाई से बालू खनन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है. अवैध खनन कर रहे 13 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और बाकी फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.
खनन के इस कारोबार में दिल्ली, हरियाणा, यूपी, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और बिहार के माफिया शामिल हैं. फिलहाल पुलिस फरार बालू माफियाओं की तलाश में दबिश दे रही है और जल्द बालू खनन के आरोप में गिरफ्तारी की बात कह रही है.
सीओ बड़ौत आलोक सिंह ने बताया कि सूचना प्राप्त हुई थी हरियाणा से काफी लोग आकर खेड़ी प्रधान गांव में जो उत्तर प्रदेश की सीमा में है, इसमें खनन कर रहे हैं. इस सूचना पर पुलिस बल, एसडीएम और प्रसाशन की टीम ने खनन अधिकारी के साथ वहां पर छापा मारा. उसमें करीब 13 लोग गिरफ्तार हुए हैं. ये लोग खेड़ी प्रधान के रकबे में काफी अंदर तक खनन कर रहे थे. उन्होंने हरियाणा की साइड यूपी के तरफ एक पुल बना दिया था. जिसपर से गाड़ियां आ जा रही थीं. इनलोगों ने यमुना नदी का प्रवाह भी रोक दिया था. जिसमे इनके खिलाफ मुकदमा लिखकर कार्रवाई की गई है.