बदायूं: जिले में महिला के साथ हुई गैंगरेप की घटना के बाद गुरुवार को राष्ट्रीय महिला आयोग टीम की सदस्य चंद्रमुखी ने पीड़ित परिवार के साथ मुलाकात की. उन्होंने पूरे मामले की जानकारी परिजनों से ली. साथ ही उन्होंने जिले के कप्तान के साथ मीटिंग कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे मामलों में बहुत सख्त है. इसके बावजूद भी ऐसी घटनाएं घटित हो रही हैं, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.इस दौरान पीड़ित परिवार से मिलने पहुंची राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए यह कहा था किसी के प्रभाव में महिला को समय असमय नहीं पहुंचना चाहिए. संध्या के समय में अगर वह महिला नहीं गई होती या परिवार का कोई बच्चा साथ में होता तो शायद ऐसी घटना नहीं घटती. उनके इस बयान पर महिलाओं ने प्रतिक्रिया दी है.
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य के बयान पर महिलाओं ने दी प्रतिक्रिया
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य द्वारा पीड़ित के परिवार से मिलने के बाद मीडिया को दिए गए बयान पर कंट्रोवर्सी शुरू हो गई है. उनके बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए संतोष कश्यप का कहना था कि आज के समय में जब महिलाएं कामकाजी हैं. सरकार लगातार उनसे सुरक्षा का वायदा करती है. जगह-जगह महिला थाने खोले गए हैं, ऐसे में महिलाओं को यह राय देना कि वह समय-असमय घर से न निकला करें. महिलाओं ने कहा यह बिल्कुल गलत बात है.
वहीं एक और महिला मधु शाक्य ने कहा कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा की बात करती है. तमाम जगह पुलिस तैनात रहती है. महिलाओं को आज के जमाने में किसी न किसी समय बाहर निकलना ही पड़ता है. जरूरी नहीं है कि हर समय घर का कोई सदस्य उनके साथ आ-जा सके. ऐसे में महिला आयोग की सदस्य का यह बयान ठीक नहीं है.