बदायूं: प्रदेश सरकार ने 15 से 31 दिसम्बर तक विरासत अभियान चलाया था. इसके तहत गांव-गांव जाकर लेखपालों के माध्यम से विरासत की सत्यापन कराने के निर्देश दिये गए थे. वहीं दातागंज तहसील के चार लेखपालों पर काम में लापरवाही और गलत रिपोर्ट देने के कारण उनपर विभागीय कार्रवाई की गई है. इनमें दो लेखपालों को निलंबित कर दिया गया है वहीं दो लेखपालों पर विभागीय जांच कराई जा रही है.
जानिए पूरा मामला
जिले में दो लेखपालों द्वारा विरासतों के सत्यापन की झूठी रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी जा रही थी. इनमें दो लेखपाल सचिन और अशोक सोलंकी को निलंबित कर दिया, वहीं दो लेखपालों संजय और योगेंद्र पर अधिकारियों के आदेश के अनुपालन में लापरवाही बरतने पर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है. तहसील में चार लेखपालों पर कारवाई से तहसील कर्मचारियों में हड़कम्प मच गया.
एसडीएम दातागंज कुंवर बहादुर सिंह ने बताया विरासत अभियान दिसम्बर महीने चलाया गया था. इसमें गांव-गांव जा कर विरासत को ऑनलाइन किया जाना था, जिसमें कुछ लेखपाल बार-बार कहने बाद भी लापरवाही से बाज नहीं आ रहे थे. इसी के चलते दो लेखपाल सचिन और अशोक सिंह सोंलकी को झूठी रिपोर्ट देने,लापरवाही बरतने में निलंबित कर दिया है. वहीं दो लेखपाल संजय और योगेंद्र पर समय से निस्तारण न करने पर विभगीय कारवाई कर जांच शुरू कर दी है.