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बदायूं पंचायत चुनाव: दहगांवा ग्राम पंचायत बना नगर पंचायत, पांच BDC सीटें प्रभावित

बदायूं जिला पंचायत का कार्यकाल समाप्त हो चुका है. इस वर्ष दहगवां को नगर पंचायत का दर्जा मिल गया है, जिससे वहां का एक वार्ड और 5 बीडीसी सीटें प्रभावित हो रही हैं. देखिए रिपोर्ट-

बदायूं जिला पंचायत
बदायूं जिला पंचायत
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Published : Feb 7, 2021, 9:03 AM IST

बदायूं: जिला पंचायत का कार्यकाल समाप्त हो चुका है. अब जिला अधिकारी जिला पंचायत के प्रशासक है. जनपद में पिछले. वहीं, क्षेत्र पंचायत की 1266 तथा ग्राम पंचायत की 1038 सीटें थी. सभी पंचायतों में कुल मतदाताओं की संख्या पिछले चुनाव में 18,16,787 थी. इस वर्ष दहगवां को नगर पंचायत का दर्जा मिल गया है, जिससे वहां का एक वार्ड और 5 बीडीसी सीटें प्रभावित हो रही है.

बदायूं जिला पंचायत 2021.

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव नजदीक है. पंचायतों का समय पूर्ण हो चुका है. डीएम कुमार प्रशांत को बदायूं जिला पंचायत का प्रशासक नियुक्त किया गया है. चुनावों को लेकर परिसीमन प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है. अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन शेष है. पिछले चुनाव में बदायूं में जिला पंचायत सदस्य की 51 सीट थी. वहीं, क्षेत्र पंचायत सदस्य की 1266 सीटें तथा ग्राम पंचायत सदस्य की 1038 सीटों पर चुनाव हुआ था. जिसमें कुल मतदान केंद्र 1412 तथा 2644 बूथ बनाए गए थे. इसके अतिरिक्त 21 जोन और 194 सेक्टर भी बनाए गए थे.

जिले में आरक्षण की स्थिति

वहीं, जनपद की 1038 ग्राम पंचायतों में आरक्षण की स्थिति पिछली बार यह रही सामान्य सीटें 373 थी. वहीं, आरक्षित सीटें 665 थी. इन आकंड़ों में महिलाएं भी शामिल हैं. बदायूं जिला पंचायत का कार्यकाल काफी चर्चित रहा. जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर समाजवादी पार्टी की मधु चंद्रा निर्वाचित हुई थी. इनका कार्यकाल लगभग 3 वर्ष का रहा, जिसके बाद इनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया. लगभग 3 माह जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर का कार्यभार नामित कमेटी ने संभाला. वहीं, बीजेपी की प्रीति सागर ने मार्च 2020 से अब तक जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी संभाली.

दहगांवा ग्राम पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा

जिला पंचायत के प्रशासक फिलहाल डीएम कुमार प्रशांत हैं. आगामी चुनावों के मद्देनजर जोर शोर से कार्य चल रहा है. जिले की दहगांवा ग्राम पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा मिला है, जिससे उसका एक वार्ड और 5 बीडीसी सीटें प्रभावित हुई हैं. 2021 के पंचायत चुनाव में इसके चलते कुछ सीटें घटने की संभावना है. फिलहाल जिला पंचायत अब गांव के अंदर विकास कार्य नहीं करेगा. केवल गांव से गांव और मेन रोड़ से गांव को जोड़ने का ही कार्य करेगा. गांव के अंदर सिर्फ क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत ही विकास कार्य कराएगी. ऐसा शासन आदेश 2019 में आ गया था.

बदायूं: जिला पंचायत का कार्यकाल समाप्त हो चुका है. अब जिला अधिकारी जिला पंचायत के प्रशासक है. जनपद में पिछले. वहीं, क्षेत्र पंचायत की 1266 तथा ग्राम पंचायत की 1038 सीटें थी. सभी पंचायतों में कुल मतदाताओं की संख्या पिछले चुनाव में 18,16,787 थी. इस वर्ष दहगवां को नगर पंचायत का दर्जा मिल गया है, जिससे वहां का एक वार्ड और 5 बीडीसी सीटें प्रभावित हो रही है.

बदायूं जिला पंचायत 2021.

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव नजदीक है. पंचायतों का समय पूर्ण हो चुका है. डीएम कुमार प्रशांत को बदायूं जिला पंचायत का प्रशासक नियुक्त किया गया है. चुनावों को लेकर परिसीमन प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है. अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन शेष है. पिछले चुनाव में बदायूं में जिला पंचायत सदस्य की 51 सीट थी. वहीं, क्षेत्र पंचायत सदस्य की 1266 सीटें तथा ग्राम पंचायत सदस्य की 1038 सीटों पर चुनाव हुआ था. जिसमें कुल मतदान केंद्र 1412 तथा 2644 बूथ बनाए गए थे. इसके अतिरिक्त 21 जोन और 194 सेक्टर भी बनाए गए थे.

जिले में आरक्षण की स्थिति

वहीं, जनपद की 1038 ग्राम पंचायतों में आरक्षण की स्थिति पिछली बार यह रही सामान्य सीटें 373 थी. वहीं, आरक्षित सीटें 665 थी. इन आकंड़ों में महिलाएं भी शामिल हैं. बदायूं जिला पंचायत का कार्यकाल काफी चर्चित रहा. जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर समाजवादी पार्टी की मधु चंद्रा निर्वाचित हुई थी. इनका कार्यकाल लगभग 3 वर्ष का रहा, जिसके बाद इनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया. लगभग 3 माह जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर का कार्यभार नामित कमेटी ने संभाला. वहीं, बीजेपी की प्रीति सागर ने मार्च 2020 से अब तक जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी संभाली.

दहगांवा ग्राम पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा

जिला पंचायत के प्रशासक फिलहाल डीएम कुमार प्रशांत हैं. आगामी चुनावों के मद्देनजर जोर शोर से कार्य चल रहा है. जिले की दहगांवा ग्राम पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा मिला है, जिससे उसका एक वार्ड और 5 बीडीसी सीटें प्रभावित हुई हैं. 2021 के पंचायत चुनाव में इसके चलते कुछ सीटें घटने की संभावना है. फिलहाल जिला पंचायत अब गांव के अंदर विकास कार्य नहीं करेगा. केवल गांव से गांव और मेन रोड़ से गांव को जोड़ने का ही कार्य करेगा. गांव के अंदर सिर्फ क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत ही विकास कार्य कराएगी. ऐसा शासन आदेश 2019 में आ गया था.

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