बदायूं: महिला सिपाही ने उझानी थाने में ही तैनात मुंशी गुलाब के खिलाफ 354 (घ) और 323 के तहत मामला दर्ज कराया है. मुकदमें दर्ज कराते समय महिला सिपाही ने उझानी थाना इंचार्ज पर जाति के आधार पर छुट्टी और सहूलियत देने का भी गंभीर आरोप लगाया है. यह कार्रवाई तब हुई जब शुक्रवार सुबह एक खबर वायरल हुई कि महिला सिपाही ने पुलिस ऑफिस में अपने ऊपर तेल डालकर आग लगाने का प्रयास किया था. (हालांकि इस घटना की पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है).
इसके बाद पुलिस स्टाफ ने उसे पकड़ लिया था. इस घटना के बाद पुलिसकर्मी पर मुकदमा दर्ज हुआ है. यह विवाद तब हुआ जब 19 सितंबर को महिला सिपाही और थाने के मुंशी में हाथापाई हुई थी. वहीं, मारपीट करने और अभद्र टिप्पणी करने की जांच अब थाने के नए दरोगा द्वारा की जाएगी, जबकि जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने और भेदभाव करने की जांच एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव करेंगे.
उझानी कोतवाली परिसर में 19 सितंबर को महिला सिपाहीऔर मुंशी गुलाब में हाथापाई हो गई थी. इसके बाद एसएसपी डॉ ओपी सिंह ने महिला सिपाही और गुलाब मुंशी को लाइन हाजिर कर दिया था. दोनों में विवाद महिला सिपाही का ट्रांसफर होने के बाद शरू हुआ था. महिला सिपाही और एक अन्य महिला सिपाही के बीच 2 साल से विवाद चल रहा था. इसके चलते एसएसपी ने दोनों का तबादला अलग-अलग थाना क्षेत्र में कर दिया था. तबादला होने के बाद मुंशी से विवाद हुआ और दोनों में कहासुनी के बाद हाथापाई हुई थी.
जिसके बाद महिला सिपाही उझानी थाना इंचार्ज और मुंशी गुलाब पर कार्यवाही की मांग कर रही थी. चर्चा के अनुसार शुक्रवार सुबह महिला सिपाही ने पुलिस ऑफिस पहुंच कर अपने ऊपर तेल डाल लिया. इसके बाद वहां उपस्थित पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया जिससे एक बड़ी घटना होते होते बच गई. इस मामले की जानकारी होने पर एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा ने महिला सिपाही को कार्रवाई का आश्वासन दिया. इसके बाद उझानी थाने में मुंशी गुलाब के खिलाफ छेड़खानी और मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, जिसकी जांच की जाएगी.
वहीं, महिला सिपाही ने एफआईआर में जिक्र करते हुए बताया है कि थाने के वरिष्ठ उ0नि0 अपनी जाति के पुलिस कर्मियों को छुट्टी व अन्य चीजों में सहूलियत देते है और अन्य महिला कांस्टेबल जो थाने में तैनात है. उन्हे जब चाहे अवकाश स्वीकृत हुए बिना ही छुट्टी पर भेज दिया जाता है. प्रार्थिनी व अन्य बिरादरी के लोगों को अभद्र टिप्पणियां कर के यह कहा जाता है कि हम जैसा चाहेंगे वैसे ड्यूटी करनी होगी. थाने में तैनात मुशी जो कि निहायत ही दबंग व हेकड व्यक्ति है और प्रार्थिनी को अक्सर अश्लील निगाहों से घूरकर अभद्र टिप्पणी कर हाथापाई कर चुका है.
प्रभारी निरीक्षक महोदय की उपस्थिति में ही प्रार्थिनी को अश्लील निगाहों से घूरते हुए अभद्र टिप्पणी की, जिसका प्रार्थिनी ने विरोध किया तो अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए थप्पड़ मारा. जब प्रार्थिनी ने इस बावत मुंशी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए SHO महोदय से कहा तो कोतवाल साहब ने स्वयं कहा कि ऐसा ही होगा और थाने का मालिक मैं हूं, तुम नहीं. यहां तो ऐसे ही जातिवाद होगा, तुम क्या कर लोगी और जाति विरादरी के चलते हुए कोतवाल साहब ने प्रार्थिनी की एक न सुनी. कोतवाल और दरोगा द्वारा पक्षपात करने की जांच एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव करेंगे.
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