बदायूं: जिले में मलेरिया के मामले हर साल जून के महीने में बढ़ जाते हैं. इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस साल स्वास्थ विभाग के सामने दोहरी चुनौती है. एक कोरोना संक्रमण तो दूसरा मलेरिया. 2019 में मलेरिया के जिले में काफी अधिक मामले सामने आए थे.
जिले में कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं. इसमें कई लोग इलाज के बाद बाद ठीक हो चुके हैं. बदायूं स्वास्थ्य विभाग कोरोना के साथ मलेरिया से निपटने की तैयारी कर रहा है क्योंकि जून और जुलाई के महीने में जिले में मलेरिया अपने चरम होता है. बारिश की वजह से पानी जमा होने के कारण मच्छर ज्यादा पैदा होते हैं और मलेरिया के मामले भी काफी बड़ी संख्या में सामने आते हैं.
अपनाएं जा रहे बचाव के सभी तरीके
2019 में मलेरिया से कई लोगों की जान चली गई थीं. इसी वजह से जिला स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता है. इस साल पहले से ही तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी गई हैं. मलेरिया का प्रभाव जिन इलाकों में होता है, वहां पर स्वास्थ्य विभाग कैम्प लगा रहा है और लोगों की जांच कर रहा है. साथ ही दवा का छिड़काव भी किया जा रहा है. इसके साथ ही पिछले साल जिन लोगों को मलेरिया था, उनकी भी जांच करवाई जा रही है, ताकि इस साल 2019 की तरह मलेरिया जिले में पैर न पसार सके.
सीएमओ ने दी जानकारी
सीएमओ यशपाल सिंह का कहना है कि जिले में मलेरिया की समस्या से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार एंटी लार्वा का छिड़काव करा रहा है. इसके साथ ही गांव में कैम्प लगाकर लोगों की जांच भी करवाई जा रही है, ताकि मलेरिया से जिले के लोगों को बचाया जा सके. लोगों को बचाव के तरीके भी बताए जा रहे हैं.