आजमगढ़: जनपद के बिलरियागंज के मौलाना मोहम्मद जौहर अली पार्क में महिलाओं के प्रदर्शन के मामले ने तूल पकड़ लिया है. महिलाओं को प्रेरित करने वाली राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना ताहिर मदनी सहित कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.
बिलरियागंज के मौलाना मोहम्मद जौहर अली पार्क में महिलाओं को प्रेरित करने और लोक संपत्ति को क्षति पहुंचाने के आरोप में तीन आरोपियों के ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम भी रखा गया है. इनके नाम ओसामा, नुरुल हुदा और मिर्जा शाह हैं. ओसामा बिलरियागंज के कासिमगंज का रहने वाला है.
मीडिया से बातचीत करते हुए आजमगढ़ के जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि महिलाओं द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन के दौरान वहां जो लोग पकड़े गए, उसमें उलेमा काउंसिल की भूमिका काफी संदिग्ध रही. उलेमा काउंसिल काफी दिनों से यहां पर माहौल बनाने की कोशिश कर रहा था. उन्होंने बताया कि 2 दिन पहले से जो इंटेलिजेंस की रिपोर्ट आई है, उसके आधार पर काफी सक्रिय भूमिका उलेमा काउंसिल के लोग निभा रहे थे और रात भर कैंप किया जा रहा था.
जिला अधिकारी का कहना है कि वह स्वयं और जनप्रतिनिधि सभी समझाने का प्रयास कर रहे थे, पर कुछ ऐसे लड़के थे, जो बहकावे में आकर इन महिलाओं को बरगला रहे थे और उन्हीं की वजह से यह सारा कन्फ्यूजन हुआ. उनका कहना है कि जो भी इस मामले में संलिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल पार्टी पर जनपद में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के कई बार आरोप भी लग चुके हैं और इस मामले में उलेमा काउंसिल के कई पदाधिकारियों को कई बार गिरफ्तार भी किया जा चुका है. कई मुकदमे दर्ज हैं, जो न्यायालय में विचाराधीन हैं.
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