फर्रुखाबाद : जिले के राजेपुर ब्लॉक क्षेत्र में तीसराम की मड़ैया ग्राम में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. प्राथमिक विद्यालय बाढ़ के बाद क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके बाद स्कूल की हालत काफी जर्जर हो गई थी. बीते शुक्रवार को बेसिक शिक्षा विभाग कार्यालय की ओर से एक पत्र जारी किया गया है. पत्र खंड विकास अधिकारी को लिखा गया है. वहीं इसी मामले में खंड विकास अधिकारी ने बीएसए को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है.
बेसिक शिक्षा विभाग कार्यालय की ओर से जारी पत्र में लिखा है कि, राजेपुर ब्लॉक क्षेत्र में तीन नवीन विद्यालय हैं. कहा गया है कि 6 मई 2024 को प्राथमिक विद्यालय तीसराम की मड़ैया प्राथमिक विद्यालय, हरसिंहपुर कायस्थ व उच्च प्राथमिक विद्यालय सुंदरपुर में शौचालय, पेयजल व्यवस्था और बाउंड्रीवॉल के निर्माण कराने का अनुरोध किया गया था, लेकिन निर्माण कार्य अपूर्ण है. जिसके बाद विभाग की ओर एक और पत्र 6 नवंबर को जारी किया गया है. इसके साथ ही खंड विकास अधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि, तीनों विद्यालयों में बाउंड्रीवाॅल, शौचालय निर्माण एवं जल आदि के निर्माण के बजट का प्रावधान आपके विभाग में प्राप्त है या संभावित है, अवगत कराने की कृपा करें.
बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद ने बताया कि खंड विकास अधिकारी राजेपुर से बात हुई है, जल्द ही विद्यालय में शौचालय की व्यवस्था करवाई जाएगी.
खंड विकास अधिकारी सुनील कुमार जायसवाल ने बताया कि बीएसए से जानकारी ली गई है कि नए विद्यालय निर्माण में शौचालय, बाउंड्रीवॉल का पैसा क्या शिक्षा विभाग की तरफ से आता है, अगर आता है तो उसकी जानकारी दें. बताया कि अगर नहीं आता है तो पंचायत स्तर से मनरेगा या अन्य मद से शौचालय, बाउंड्रीवॉल निर्माण करवाया जाएगा.
बता दें कि जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर राजेपुर ब्लॉक क्षेत्र में तीसराम की मड़ैया ग्राम में एक प्राथमिक विद्यालय है. गांव के नाम पर ही यह स्कूल भी है. गांव से करीब एक किलोमीटर दूर गंगा हैं. बाढ़ से विद्यालय भवन क्षतिग्रस्त हो गया था. इसके बाद से ही गांव की चौपाल में करीब चार साल से विद्यालय का संचालन होता रहा था. एक साल पहले विद्यालय की बिल्डिंग बनी. जिसमें दो कमरे, बरामदा और एक ऑफिस बनाया गया. जिसमें कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों को पढ़ाया जाता है. कई बार जन अधिकारियों से शिकायत की गई कि विद्यालय में एक भी शौचालय नहीं है, लेकिन, विद्यालय में शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया है. जिसकी वजह से छात्रों, शिक्षिकाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. विद्यालय में बिजली भी नहीं आती है.
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