आजमगढ़: वाराणसी के हरहुआ क्षेत्र में हाफ कंट्री रेस के दौरान अखिलेश यादव के न आने से नाराज समथकों द्वारा पूर्व सांसद रमाकांत यादव के काफिले पर किए गए पथराव की घटना को खुद सांसद ने सिरे से खारिज कर दिया है. उनका दावा है कि आयोजक और प्रतिभागियों के बीच कुछ विवाद जरूर हुआ था लेकिन पथराव की खबर पूरी तरह गलत है और न ही उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हुई है. साथ ही उन्होंने कहा कि वहां कुछ भाजपाई मौजूद थे, यह उन्हीं की शरारत हो सकती है.
दरअसल रविवार को काशी कृषक इंटर कॉलेज मैदान से रिंग रोड तक हाफ मैराथन कार्यक्रम का आयोजन होना था. इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होना था. प्रतियोगिता में भारी भरकम ईनाम रखा गया था. अखिलेश यादव के आने की सूचना पर वहां भारी संख्या में सपा कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद थे.
किन्हीं कारणों से अखिलेश यादव कार्यक्रम में नहीं पहुंचे. उनके स्थान पर हाल में सपा में शामिल हुए बाहुबली पूर्व सांसद रमाकांत यादव मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे. अखिलेश यादव के न आने से नाराज भीड़ बेकाबू हो गई थी और माहौल खराब होते हुए देख जब वहां से पूर्व सांसद जाने लगे तो लागों ने उनके काफिले पर पथराव कर दिया था. इसमें उनका वाहन क्षतिग्रस्त हो गया था.
थोड़ी ही देर में यह खबर आग की तरह फैल गई. वहीं सपा समर्थक द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पथराव से खुद रमाकांत यादव असहज दिखे. देर रात रमाकांत यादव आजमगढ़ पहुंचे तो पूरी घटना को ही सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि कहीं कोई विवाद नहीं था. पथराव की झूठी खबर फैलाई जा रही है.
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रमाकांत यादव ने कहा कि वहां आयोजकों और प्रतिस्पर्धियों में पुरस्कार को लेकर विवाद जरूर हुआ था. वे चाहते थे कि हम पुरस्कार वितरण करके लौटें लेकिन हम पहले ही लौट आए. उसके बाद कुछ हुआ तो नहीं मालूम. साथ ही रमाकांत यादव ने दावा किया कि वहां कुछ भाजपाई मौजूद थे. जब वे बीजेपी में थे तब से उन्हें पहचानते हैं. उनकी भी यह शरारत हो सकती है. बहरहाल बाहुबली पर पथराव की घटना पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.