आजमगढ़: जनपद के विभिन्न तहसीलों में चल रहे आजमगढ़ महोत्सव में प्रस्तुति देने जयपुर के साबरी ब्रदर्स पहुंचे. आजमगढ़ जनपद के मुबारकपुर में साबरी ब्रदर्स ने ख्वाजा मेरे ख्वाजा, छाप तिलक, भर दो झोली मेरे मोहम्मद, मौला मेरे मौला एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी.
साबरी ब्रदर्स ने दी प्रस्तुति
- आजमगढ़ जनपद के तहसील स्तर पर आयोजित होने वाला महोत्सव समाप्त हो गया.
- जिला मुख्यालय पर अब यह महोत्सव आयोजित किया जाएगा.
- जनपद के मुबारकपुर में आयोजित महोत्सव में जयपुर के प्रसिद्ध साबरी ब्रदर्स ने प्रस्तुति दी.
- उनकी प्रस्तुति ने सभी दर्शकों और श्रोताओं का मन मोह लिया.
ईटीवी भारत ने साबरी ब्रदर्स से की बातचीत
सईद साबरी ने कहा कि आजमगढ़ की यही मोहब्बत हम लोगों को खींच लाई. आजनगढ़ में हिंदू-मुसलमान भाई-भाई की तरह रहते हैं. सईद साबरी ने धर्म के नाम पर देश टूटे नहीं, आपसी भाईचारा सलामत रहे, देश पर धर्म और जाति कुर्बान है, देश प्राणों से प्यारा सलामत रहे गाकर भाईचारे का संदेश दिया.
उन्होंने कहा कि कव्वाली सभी धर्मों को जोड़ने का काम करती है. जाति-धर्म के ठेकेदारों से सवाल करते हुए साबरी ब्रदर्स ने कहा कि हम मुसलमान हैं, तो क्या राम हमारे नहीं. जब सबका मालिक एक है. अल्लाह, ईश्वर, राम सब अपनी-अपनी जबानों से पुकारते हैं तो हमें राम से अलग क्यों किया जा रहा है ?
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लगातार राजनीतिक दलों द्वारा जाति धर्म के नाम पर की जा रही टिप्पणी पर सईद साबरी ने कहा कि अपनी कुर्सी बचाने के लिए लोग हिंदू-मुस्लिम को लड़वा रहे हैं. फरीद साबरी का कहना है कि आजमगढ़ के लोगों ने बहुत प्यार दिया है. निश्चित रूप से हिंदुस्तान में कव्वाली कम हो रही है, लेकिन विदेशों में लगातार कव्वाली सुनने वालों की संख्या बढ़ रही है.