आजमगढ़: एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के विरोध (Azamgarh airport expansion protest) में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता राजीव यादव का अपहरण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर किसान सोमवार को पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंचे. किसानों की संख्या को देखते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
आजमगढ़ एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के विरोध में पिछले करीब ढाई महीनों से खिरिया के बाग में किसान आंदोलन कर रहे है. इसी आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता राजीव यादव, उनके भाई और मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित संदीप पांडेय को शनिवार को पुलिस ने वाराणसी स्टेशन से हिरासत में ले लिया था. इस मामले में किसान नेता राजीव यादव ने पुलिसकर्मियों पर अपहरण करने का आरोप लगाया है. किसान नेता का आरोप है कि पुलिस के जवानों ने उनके साथ मारपीट करके उनका अपहरण कर लिया. देर रात उनको कंधरापुर थाने से निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया. वहीं, संदीप पांडेय ने कहा कि एयरपोर्ट के विरोध में शांतिपूर्ण आंदोलन करना सभी का हक है. लेकिन इस तरीके से मारपीट करके किसी का अपहरण कर आंदोलन के आवाज को दबाना ठीक नहीं है.
वहीं, पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि उनके समक्ष किसान नेता राजीव यादव और संदीप पांडेय का प्रतिनिधि मंडल आया था. अच्छे माहौल में वार्ता हुई. आश्वासत किया गया है कि कानून व्यवस्था की ड्यूटी करने वाले किसी भी पुलिसकर्मी द्वारा किसी के साथ दुर्व्यहार न किया जाएगा. किसान नेता द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र की जांच की जाएगी. जांच में जो भी साक्ष्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
वाराणसी स्टेशन से हिरासत में लिए गए थे किसान नेता
बता दें कि मैग्सेसे पुरस्कार विजेता डॉ. संदीप पांडेय को पुलिस ने वाराणसी स्टेशन से हिरासत में ले लिया गया था. डॉ. संदीप आजमगढ़ में आयोजित किसान यात्रा में शामिल होने के लिए जा रहे थे. इसी दौरान डॉ. संदीप और उनके साथियों को वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर हिरासत में ले लिया गया. पुलिस ने उन्हें वाराणसी पुलिस लाइन के गेस्ट हाउस में निगरानी में रखा है. पुलिस के अनुसार, किसान यात्रा की अनुमति न होने और धारा-144 लागू होने के चलते डॉ. संदीप और उनके साथियों को वाराणसी में रोका गया था.
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