आजमगढ़: जिले में डाला छठ का महापर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. तमसा नदी के किनारे सुबह से ही उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित हो चुकी हैं. सूर्य को अर्घ्य देकर महिलाएं अपने परिजनों के मंगल कामना के साथ अपने मन की मुराद मांगेंगी.
तमसा नदी किनारे छठ का पर्व
रविवार सुबह छठ पर्व पर महिलाएं काफी देर से तमसा नदी में उतरकर भगवान सूर्य के उदित होने का इंतजार कर रही हैं. लगभग 20 वर्ष से छठ का व्रत रख रही सुनीता मुंबई में रहती हैं, लेकिन हर वर्ष छठ के महापर्व पर आजमगढ़ आती हैं. सबसे खास बात यह है कि वह अपने घर से लेकर तमसा नदी के घाट तक लेट कर आती हैं.
सुनीता की मान्यता है कि मैं 20 वर्षों से अधिक समय से छठ माता का व्रत रहती हूं और अपने घर से लेट कर ही तमसा नदी के तट पर छठ पूजा के लिए पहुंचती हूं. माता रानी में बहुत बड़ी शक्ति है, जो हम लोगों को इतनी शक्ति देती हैं कि हम भी इस व्रत को रख सकें. ऐसे ही माता रानी अपनी कृपा हमारे परिजनों पर बनाए रखें.
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