आजमगढ़: जिले में मंगलवार को दिनदहाड़े हुई रमेश यादव की हत्या के मामले में बुधवार को भी परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस पर हंगामा जारी रखा. परिजनों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही के कारण रमेश यादव की हत्या हुई है.
जानिए क्या है पूरा मामला
- जन सेवा केंद्र चलाने वाले रमेश यादव की मंगलवार को दिनदहाड़े बदमाशों ने नहर के करीब गोली मारकर हत्या कर दी थी.
- इस घटना के बाद परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस के बाहर पहुंचकर हंगामा करना शुरू कर दिया.
- कल देर रात प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री बलराम यादव और सपा के कई बड़े नेता भी घटनास्थल पर पहुंचे थे.
- परिजनों का आरोप है कि यदि पुलिस ने मामले में सक्रियता दिखाई होती तो यह हत्या न होती.
इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है और एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया जा चुका है, दूसरे की तलाश जारी है. जिस सब इंस्पेक्टर पर परिजनों ने आरोप लगाया है, उसके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करने के साथ ही उसे कप्तानगंज थाने से लाइन हाजिर कर दिया है.
-त्रिवेणी सिंह, पुलिस अधीक्षक
बुधवार को दिनदहाड़े 42 वर्षीय रमेश यादव की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. फरवरी में भी रमेश यादव से दिनदहाड़े लूट हुई थी और जिस मामले में रमेश यादव ने शिनाख्त की थी, जिन अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था उनको 4 दिन बाद थाने से रिहा कर दिया गया और उन्हीं बदमाशों के ऊपर परिजनों ने हत्या करने का आरोप लगाया है. यही कारण है कि जब रमेश यादव की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या की तो परिजनों का गुस्सा भड़क उठा और पोस्टमार्टम हाउस के बाहर हंगामा किया.