आजमगढ़: सीएम योगी ने सरकार बनते ही दावे किए थे कि प्रदेश की सभी सड़कें गड्ढा मुक्त की जाएंगी, लेकिन तीन साल पूरे होने के बाद भी आजमगढ़ जनपद की सड़कों का खस्ताहाल है. जनपद के रानी का सराय इलाके की सड़कों की हालत काफी खराब है. इस रास्ते से होकर गुजरने वाले लगभग 24 जनपदों के लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. बीते 10 साल से सड़क का बुरा हाल है.
जिला मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित रानी की सराय की सड़कों की जब पड़ताल की गई तो स्थानीय लोगों ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए. स्थानीय निवासी धनंजय राय का कहना है कि सड़कों पर गड्ढे होने की वजह से बड़ी गाड़ियां फंस जाती हैं और इस कारण काफी लंबा जाम लग जाता है. एंबुलेंस के आने-जाने के लिए भी जगह नहीं रहती. इन गड्ढों की वजह से लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटनाएं इस क्षेत्र में आम बात हो गई हैं. प्रशासन से कई बार शिकायत किए जाने के बाद भी कोई सुधार देखने को नहीं मिला है.
स्थानीय निवासी विनीत सिंह रिशु का कहना है कि रानी का सराय क्षेत्र की सड़कें ही वाराणसी और गोरखपुर को जाती हैं, यानी आजमगढ़ को इन दोनों जनपदों से जोड़ने के लिए ये क्षेत्र केंद्र है. दोनों ही जनपद इस स्थान से बस 100 किलोमीटर की दूरी पर हैं. सड़कों पर गड्ढे होने के कारण आसपास के रहने वाले लोगों का जीना दूभर हो गया है. घर के सामने पानी भर जा रहा है. इसकी शिकायत कई बार एनएचआई व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से की गई, लेकिन अधिकारियों की ओर से कोई जवाब नहीं मिला. पिछले 10 साल से सड़क का यही हाल है. बारिश की वजह से सड़क की हालत और भी खराब हो जा रही है. कीचड़ और पानी भरने की वजह से जाम लगना आम बात हो गई है. स्थानीय निवासी इससे काफी परेशान हैं.
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इस बारे में आजमगढ़ की कमिश्नर कनक लता त्रिपाठी का कहना है कि रानी की सराय में सड़कों पर हुए गड्ढों के मामले में पीडब्ल्यूडी के लापरवाह अधिकारियों की शिकायत कई बार आई है. इसके लिए पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर को निर्देश दिया गया है कि जल्द ही इन गड्ढों को सही कराएं. इसके साथ ही एनएचआई के अधिकारियों को भी निर्देश दिया गया है कि जहां जलनिकासी की व्यवस्था नहीं है, वहां पर ड्रेनेज कराकर इन गड्ढों को पाटने का काम करें. इससे आने-जाने वाले लोगों को समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा.