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आध्यात्मिक और पर्यटन नगरी के रूप में विकसित होगी अयोध्या, सीएम ने जारी किया योजनाओं का पूरा ब्यौरा - ram mandir construction

राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही अयोध्या पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो जाएगी. 2024 में अयोध्या वैश्विक नगरी वर्ल्ड क्लास सिटी के रूप में स्थापित हो जाएगी. श्रीराम की अयोध्या को सीएम योगी ने अवधपुरी के विकास के लिए आठ मॉडल तय किए हैं.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 3, 2024, 8:41 PM IST

Updated : Jan 10, 2024, 9:36 AM IST

अयोध्या: भगवान राम के अपने नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित होने के साथ ही साल 2024 धर्मनगरी अयोध्या के लिए बेहद खास है. इसी वित्तीय वर्ष में धर्म नगरी अयोध्या को तमाम ऐसी बड़ी परियोजनाओं की सौगात मिलने के साथ ही कई लोकार्पण का मौका मिलेगा, जो अयोध्या को एक नई ऊंचाई देने वाली है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अयोध्या में आठ परिकल्पनाओं के आधार पर निरंतर कार्य हो रहे हैं, जिससे अवधपुरी को वैश्विक नगरी बनाने का सपना साकार होने जा रहा है. अयोध्या में 30.5 हजार करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं में से अधिकतर 2024 में पूरी हो रही हैं. वहीं, सीएम योगी के प्रयासों से यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान अयोध्या के लिए प्राप्त हुए 6 हजार करोड़ से अधिक के निवेश भी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के जरिए धरातल पर उतरने को तैयार हैं.

विकास के आठ मॉडलों पर काम कर रही योगी सरकार: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद एक के बाद एक लगभग 30.5 हजार करोड़ की 178 परियोजनाओं के जरिए अयोध्या को विश्वस्तरीय नगरी के रूप में विकसित करने का संकल्प अब सिद्धि तक पहुंचने जा रहा है. सीएम के आठ संकल्पित 'मॉडल' में विकास कार्यों की एक लंबी फेहरिस्त है, जिसमें सबसे पहला नाम अयोध्या में बनकर तैयार हो चुके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का है. 14 सौ करोड़ के इस प्रोजेक्ट में 11 सौ करोड़ रुपये योगी सरकार की ओर से प्रदान किये गये. साथ ही भूमि अधिग्रहण जैसे पेचीदा मामलों में स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भू-स्वामियों से संवाद कर एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण के कार्य को शांतिपूर्वक संपन्न कराया. नव्य अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन भी लोकार्पित हो चुका है. वहीं, सूर्यवंशी राजा राम की नगरी को सौर ऊर्जा से प्रकाशमान बनाने के लिए योगी सरकार की ओर से सबसे बड़ा तोहफा इसी साल मार्च तक सोलर सिटी के रूप में मिलने वाला है.

इसे भी पढ़े-राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव; 22 जनवरी को होटलों में एंट्री के लिए दिखाना होगा आमंत्रण पत्र

योगी सरकार ने जारी किया पूरे साल के विकास कार्यों का ब्यौरा: धर्मनगरी अयोध्या में मंदिर निर्माण के साथ ही कई बड़ी योजनाएं 2024 में सरकार होने वाली है. जनवरी महीने में जहां एक तरफ भव्य श्रीराम मंदिर का उद्घाटन होगा, वहीं 394 करोड़ से 4 लेन अयोध्या अकबरपुर बसखारी मार्ग, एनएच 27 से रामपथ तक रेलवे समपार, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर बड़ी बुआ रेलवे क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज, दर्शन नगर के पास रेलवे ओवर ब्रिज, अमानीगंज में मल्टी लेवल पार्किंग, कलेक्ट्रेट के पास स्मार्ट वाहन पार्किंग, पंचकोसी और चौदहकोसी मार्ग पर इंटरप्रिटेशन वॉल का निर्माण, परिक्रमा मार्ग पर 25 से ज्यादा पयर्टन स्थलों और कुंडों का विकास, डेकोरेटिव पोल और हेरिटेज लाइटों की स्थापना का कार्य, कौशल्या सदन का निर्माण, मुक्ति वैकुंठ धाम के विकास का कार्य भी पूरा हो जाएगा.

प्राण प्रतिष्ठा के अगले महीने फरवरी में अयोध्या के 7 वार्डों में 24 घंटे जलापूर्ति, सूर्यकुंड के पास आरओबी का निर्माण पूरा हो जाएगा. उसके बाद होली के त्यौहार के मौके पर मार्च में अयोध्या अकबरपुर मार्ग पर फतेहगंज आरओबी, अयोध्या बिल्हौरघाट 4 लेन सड़क, गुप्तार घाट का सौंदर्यीकरण, नया घाट से लक्ष्मण घाट तक पर्यटन सुविधाओं का विकास, अयोध्या सोलर सिटी का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. अप्रैल महीने में अवध बस स्टैंड के पास आश्रय गृह का निर्माण, नाका बाइपास के पास कल्याण भवन का निर्माण, चार ऐतिहासिक प्रवेश द्वारों का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा.जून माह में अयोध्या सीवरेज योजना का पार्ट वन पूरा कर लिया जाएगा. जुलाई में 473 करोड़ से पंचकोसी परिक्रमा मार्ग चौड़ीकरण कार्य को पूरा कर लिया जाएगा. सितंबर में डॉ भीमराव अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर को पूरा कर लिया जाएगा.अक्टूबर में 1140 करोड़ से चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग का विस्तारीकरण पूरा कर लिया जाएगा.नवंबर-दिसंबर तक अयोध्या में जोनल अर्बन फैसिलिटेशन सेंटर का निर्माण, अयोध्या नगर निगम और अयोध्या विकास प्राधिकरण के विशाल भवनों का निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा.

धार्मिक और पर्यटन नगरी के रूप में विकसित होने जा रही अयोध्या: इन तमाम विकास योजनाओं के अलावा उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एनएच 27 में लखनऊ अयोध्या खंड का चौड़ीकरण और सुदृढ़िकरण का कार्य, ग्रीन फील्ड टाउनशिप परियोजना, वशिष्ठ कुंज आवासीय परियोजना, नगर निगम और विकास प्राधिकरण कार्यालय भवन, सीपेट केंद्र, गुप्तार घाट और राजघाट के बीच नये पक्के घाटों का निर्माण और पुराने घाटों का जीर्णोद्धार, राम की पैड़ी पर दर्शक दीर्घा, राम की पैड़ी से राजघाट तक और राजघाट से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक श्रद्धालु भ्रमण पथ का सुदृढ़िकरण और सौंदर्यीकरण का कार्य भी योगी सरकार द्वारा तेज गति से संपन्न कराया जा रहा है. इन योजनाओं के पूरा होने के साथ ही जाहिर तौर पर धर्म नगरी अयोध्या एक विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में प्रतिष्ठित होगी.

उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी के तौर पर विकसित की जा रही अयोध्या को जीरो कार्बन एमिशन युक्त ई व्हिकलस परिवहन सुविधा से लैस करने की प्रक्रिया पूर्ण होती नजर आ रही है.आज अयोध्या को 12 इलेक्ट्रिक कार उपलब्ध करा दी गई है. यह सभी 12 इलेक्ट्रिक कार अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन पर खड़ी है जो आने वाले श्रद्धालुओं को राम मंदिर दर्शन या अन्य मंदिरों के दर्शन पूजन के लिए उपलब्ध होंगी.

ई कार्ट सेवा के जरिए श्रद्धालुओं को मिल रही सुविधा: इस प्रक्रिया में मेक इन इंडिया के तहत भारत में ही निर्मित टाटा टिगोर इवी कारो को ही तरजीह दी जा रही है. दूसरी ओर अयोध्या में चीनी कंपनी द्वारा निर्मित ई कार्ट सेवा भी पिछले वर्ष हुए दीपोत्सव कार्यक्रम से जारी है. जिसकी सीटिंग कैपेसिटी 6 पैसेंजर की है. हनुमानगढ़ी और श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर समेत अन्य तीर्थ स्थलों पर यात्रा करने की प्रक्रिया चल रही है. ईवी प्लस, ई व्हीकल ने श्रद्धालुओं के लिए टैरिफ तय कर दिया है.

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अयोध्या: भगवान राम के अपने नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित होने के साथ ही साल 2024 धर्मनगरी अयोध्या के लिए बेहद खास है. इसी वित्तीय वर्ष में धर्म नगरी अयोध्या को तमाम ऐसी बड़ी परियोजनाओं की सौगात मिलने के साथ ही कई लोकार्पण का मौका मिलेगा, जो अयोध्या को एक नई ऊंचाई देने वाली है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अयोध्या में आठ परिकल्पनाओं के आधार पर निरंतर कार्य हो रहे हैं, जिससे अवधपुरी को वैश्विक नगरी बनाने का सपना साकार होने जा रहा है. अयोध्या में 30.5 हजार करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं में से अधिकतर 2024 में पूरी हो रही हैं. वहीं, सीएम योगी के प्रयासों से यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान अयोध्या के लिए प्राप्त हुए 6 हजार करोड़ से अधिक के निवेश भी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के जरिए धरातल पर उतरने को तैयार हैं.

विकास के आठ मॉडलों पर काम कर रही योगी सरकार: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद एक के बाद एक लगभग 30.5 हजार करोड़ की 178 परियोजनाओं के जरिए अयोध्या को विश्वस्तरीय नगरी के रूप में विकसित करने का संकल्प अब सिद्धि तक पहुंचने जा रहा है. सीएम के आठ संकल्पित 'मॉडल' में विकास कार्यों की एक लंबी फेहरिस्त है, जिसमें सबसे पहला नाम अयोध्या में बनकर तैयार हो चुके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का है. 14 सौ करोड़ के इस प्रोजेक्ट में 11 सौ करोड़ रुपये योगी सरकार की ओर से प्रदान किये गये. साथ ही भूमि अधिग्रहण जैसे पेचीदा मामलों में स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भू-स्वामियों से संवाद कर एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण के कार्य को शांतिपूर्वक संपन्न कराया. नव्य अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन भी लोकार्पित हो चुका है. वहीं, सूर्यवंशी राजा राम की नगरी को सौर ऊर्जा से प्रकाशमान बनाने के लिए योगी सरकार की ओर से सबसे बड़ा तोहफा इसी साल मार्च तक सोलर सिटी के रूप में मिलने वाला है.

इसे भी पढ़े-राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव; 22 जनवरी को होटलों में एंट्री के लिए दिखाना होगा आमंत्रण पत्र

योगी सरकार ने जारी किया पूरे साल के विकास कार्यों का ब्यौरा: धर्मनगरी अयोध्या में मंदिर निर्माण के साथ ही कई बड़ी योजनाएं 2024 में सरकार होने वाली है. जनवरी महीने में जहां एक तरफ भव्य श्रीराम मंदिर का उद्घाटन होगा, वहीं 394 करोड़ से 4 लेन अयोध्या अकबरपुर बसखारी मार्ग, एनएच 27 से रामपथ तक रेलवे समपार, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर बड़ी बुआ रेलवे क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज, दर्शन नगर के पास रेलवे ओवर ब्रिज, अमानीगंज में मल्टी लेवल पार्किंग, कलेक्ट्रेट के पास स्मार्ट वाहन पार्किंग, पंचकोसी और चौदहकोसी मार्ग पर इंटरप्रिटेशन वॉल का निर्माण, परिक्रमा मार्ग पर 25 से ज्यादा पयर्टन स्थलों और कुंडों का विकास, डेकोरेटिव पोल और हेरिटेज लाइटों की स्थापना का कार्य, कौशल्या सदन का निर्माण, मुक्ति वैकुंठ धाम के विकास का कार्य भी पूरा हो जाएगा.

प्राण प्रतिष्ठा के अगले महीने फरवरी में अयोध्या के 7 वार्डों में 24 घंटे जलापूर्ति, सूर्यकुंड के पास आरओबी का निर्माण पूरा हो जाएगा. उसके बाद होली के त्यौहार के मौके पर मार्च में अयोध्या अकबरपुर मार्ग पर फतेहगंज आरओबी, अयोध्या बिल्हौरघाट 4 लेन सड़क, गुप्तार घाट का सौंदर्यीकरण, नया घाट से लक्ष्मण घाट तक पर्यटन सुविधाओं का विकास, अयोध्या सोलर सिटी का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. अप्रैल महीने में अवध बस स्टैंड के पास आश्रय गृह का निर्माण, नाका बाइपास के पास कल्याण भवन का निर्माण, चार ऐतिहासिक प्रवेश द्वारों का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा.जून माह में अयोध्या सीवरेज योजना का पार्ट वन पूरा कर लिया जाएगा. जुलाई में 473 करोड़ से पंचकोसी परिक्रमा मार्ग चौड़ीकरण कार्य को पूरा कर लिया जाएगा. सितंबर में डॉ भीमराव अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर को पूरा कर लिया जाएगा.अक्टूबर में 1140 करोड़ से चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग का विस्तारीकरण पूरा कर लिया जाएगा.नवंबर-दिसंबर तक अयोध्या में जोनल अर्बन फैसिलिटेशन सेंटर का निर्माण, अयोध्या नगर निगम और अयोध्या विकास प्राधिकरण के विशाल भवनों का निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा.

धार्मिक और पर्यटन नगरी के रूप में विकसित होने जा रही अयोध्या: इन तमाम विकास योजनाओं के अलावा उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एनएच 27 में लखनऊ अयोध्या खंड का चौड़ीकरण और सुदृढ़िकरण का कार्य, ग्रीन फील्ड टाउनशिप परियोजना, वशिष्ठ कुंज आवासीय परियोजना, नगर निगम और विकास प्राधिकरण कार्यालय भवन, सीपेट केंद्र, गुप्तार घाट और राजघाट के बीच नये पक्के घाटों का निर्माण और पुराने घाटों का जीर्णोद्धार, राम की पैड़ी पर दर्शक दीर्घा, राम की पैड़ी से राजघाट तक और राजघाट से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक श्रद्धालु भ्रमण पथ का सुदृढ़िकरण और सौंदर्यीकरण का कार्य भी योगी सरकार द्वारा तेज गति से संपन्न कराया जा रहा है. इन योजनाओं के पूरा होने के साथ ही जाहिर तौर पर धर्म नगरी अयोध्या एक विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में प्रतिष्ठित होगी.

उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी के तौर पर विकसित की जा रही अयोध्या को जीरो कार्बन एमिशन युक्त ई व्हिकलस परिवहन सुविधा से लैस करने की प्रक्रिया पूर्ण होती नजर आ रही है.आज अयोध्या को 12 इलेक्ट्रिक कार उपलब्ध करा दी गई है. यह सभी 12 इलेक्ट्रिक कार अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन पर खड़ी है जो आने वाले श्रद्धालुओं को राम मंदिर दर्शन या अन्य मंदिरों के दर्शन पूजन के लिए उपलब्ध होंगी.

ई कार्ट सेवा के जरिए श्रद्धालुओं को मिल रही सुविधा: इस प्रक्रिया में मेक इन इंडिया के तहत भारत में ही निर्मित टाटा टिगोर इवी कारो को ही तरजीह दी जा रही है. दूसरी ओर अयोध्या में चीनी कंपनी द्वारा निर्मित ई कार्ट सेवा भी पिछले वर्ष हुए दीपोत्सव कार्यक्रम से जारी है. जिसकी सीटिंग कैपेसिटी 6 पैसेंजर की है. हनुमानगढ़ी और श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर समेत अन्य तीर्थ स्थलों पर यात्रा करने की प्रक्रिया चल रही है. ईवी प्लस, ई व्हीकल ने श्रद्धालुओं के लिए टैरिफ तय कर दिया है.

यह भी पढ़े-अयोध्या में प्रवेश करते ही दिखाई देंगे रामायण प्रसंग के चित्र, मध्य प्रदेश के चित्रकार कर रहे तैयार

Last Updated : Jan 10, 2024, 9:36 AM IST
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