अयोध्या : रामनगरी में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर हैं. पूरा आयोजन तो मंदिर परिसर में ही होना है, लेकिन पूरी अयोध्या को सजाया और संवारा जा रहा है. प्रदेश सरकार और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का इस पर पूरा जोर है. नगर की सुंदरता बढ़ाने के लिए ट्रस्ट की ओर से कई कार्य कराए जा रहे हैं. भक्तों की सहूलित का भी ख्याल रखा जा रहा है. भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बीते दिनों हुई बैठक में अयोध्या में चल रही सभी विकास योजनाओं को जल्द से जल्द और सुंदर तरीके से पूरा करने पर जोर दिया था. शहर में बनी दुकानों के शटर पर भी भगवान राम के जीवन चरित्र से जुड़े प्रतीक अंकित किए जाएंगे. जगह-जगह पर भगवान राम की प्रतिमाएं भी स्थापित की गईं हैं.
अयोध्या में चल रहे विकास कार्यों में प्रमुख रूप से रामपथ, भक्ति पथ और जन्मभूमि पथ का निर्माण कार्य पूर्ण होने के कगार पर है. मुख्य रूप से राम पथ को इस प्रकार से बनाया गया है कि सड़क के बीच में लगाए गए प्रकाश स्तंभों पर भी तिलक और धनुष बाण जैसी आकृति दिखाई दे. शहर में प्रवेश के मुख्य मार्ग में शामिल टेढ़ी बाजार चौराहा, मुहावरा बाजार मार्ग पर ओवरब्रिज बनाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है. इसके अलावा ब्रह्मकुंड गुरुद्वारे के पास टेंट सिटी का निर्माण कार्य भी पूरा हो गया है.
ट्रस्ट द्वारा बाग बिजेस्वर में तीर्थ क्षेत्र पुरम में अस्थाई टेंट सिटी बनाने का कार्य भी लगभग पूरा होने के कगार पर है. ट्रस्ट के पदाधिकारी लगातार विकास योजनाओं की अपडेट ले रहे हैं. भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा की माने तो अयोध्या में जो भगवान राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, उसकी प्रगति और समीक्षा की जा रही है. अब तक की समीक्षा से हम संतुष्ट हैं. 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा का जो कार्यक्रम है, वह सही और पूर्ण रूप से व्यवस्थित संपन्न होगा इसका पूरा-पूरा प्रयास किया जा रहा है, भगवान राम लला 22 जनवरी को अपने नए मंदिर में विराजमान हो जाएंगे.