अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में जमीन खरीद का मामला विवादों में आ गया है. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने जमीन खरीद में करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया है. संजय सिंह के आरोपों में सपा नेता पवन पांडे ने हां में हां मिलाया तो राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय खुद जवाब देने के लिए आगे आए. चंपत राय ने कहा कि मैं ऐसे आरोपों से नहीं डरता, हम पर तो महात्मा गांधी की हत्या का भी आरोप लगा है. जमीन खरीद को लेकर जो भी बातें कही जा रही हैं मैं उसकी स्टडी करूंगा.
चंपत राय ने कहा कि ऐसे आरोप लगते रहते हैं, फिलहाल हम सभी तथ्यों की जांच करेंगे. उन्होंने बयान जारी कर कहा कि सभी प्रकार के क्रय-विक्रय का कार्य आपस के संवाद व परस्पर पूर्ण सहमति के आधार पर किया जा रहा है. सहमित के बाद सहमति पत्र पर हस्ताक्षर होते हैं. उन्होंने कहा कि सभी प्रकार के कोर्ट फीस व स्टैम्प पेपर की खरीदारी ऑनलाइन की जा रही है.
चंपत राय ने कहा कि सहमति पत्र के आधार पर भूमि की खरीदारी की जा रही है. उसी के अनुसार संपूर्ण मूल्य विक्रेता के खाते में ऑनलाइन स्थानांतरित किया जाता है. उन्होंने कहा कि जिस भूखंड को लेकर बयानबाजी की जा रही है, वह भूखंड रेलवे स्टेशन के पास बहुत प्रमुख स्थान है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने अभी तक जितनी भी जमीन क्रय की है, वह खुले बाजार की कीमत से बहुत कम मूल्य पर खरीदी गई हैं.
विवादित भूमि पर बोले चंपत राय
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामत्री चंपत राय ने जारी बयान में कहा कि जिस भूमि की खरीद की बात कही जा रही है, उसे खरीदने के लिए वर्तमान विक्रेतागणों ने वर्षों पूर्व जिस मूल्य पर अनुबंध किया था, उस भूमि को उन्होंने 18 मार्च 2021 को बैनामा कराया और ट्रस्ट के साथ अनुबंध किया. चंपत राय ने जारी बयान के माध्यम से कहा कि जो कतिपय राजनीतिक लोग इस संबंध में प्रचार करा रहे हैं, वह भ्रामक है. समाज को गुमराह करने के लिए है. संबंधित व्यक्ति राजनीतिक हैं, इसलिए राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित हैं.
संजय सिंह ने लगाया है गंभीर आरोप
इसके पहले रविवार को लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में जमीन खरीद के नाम पर करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम के मंदिर के नाम पर हजारों करोड़ रुपये चंदा वसूलने वाले रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में जमीन खरीद के नाम पर चंपत राय ने करोड़ों रुपये चंपत कर दिए हैं.
18 करोड़ में किया जमीन का एग्रीमेंट
बता दें कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा अयोध्या के बाग विजेश्वर इलाके में एक जमीन का एग्रीमेंट कराया गया था. इसको लेकर पूर्व राज्यमंत्री तेज नारायण पांडे (पवन) ने कहा कि 18 मार्च को इस जमीन को अयोध्या के रहने वाले सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने 2 करोड़ में बाबा हरिदास से खरीदा था. उस जमीन के बैनामे के 10 मिनट बाद 18 मार्च को ही श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा 18.50 करोड़ रुपये में एग्रीमेंट करा लिया गया.
संजय सिंह ने इसके प्रमाण पेश करते हुए अयोध्या में हुई जमीन खरीद का मामला सामने रखा. उन्होंने बताया कि अयोध्या में गाटा संख्या 243, 244, 246 की जमीन जिसकी मालियत 5 करोड़ 80 लाख रुपये है. उसको 2 करोड़ रुपये में कुसुम पाठक और हरीश पाठक से सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने खरीदा. इस जमीन खरीद में 2 गवाह बने, एक अनिल मिश्र (श्री राम जन्मभूमि न्यास ट्रस्ट के सदस्य हैं) और दूसरे ऋषिकेश उपाध्याय जो अयोध्या के मेयर हैं. दस मिनट बाद यही जमीन रामजन्मभूमि ट्रस्ट ने साढ़े 18 करोड़ में खरीद ली. 17 करोड़ रुपये आरटीजीएस कर दिया गया.
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वहीं दूसरी तरफ सपा नेता पवन पांडे ने कहा कि ट्रस्ट ने अभी तक अयोध्या में जितनी भी जमीनें खरीदी हैं, सभी की खरीद-फरोख्त और पैसे के लेनदेन की सीबीआई जांच की जानी चाहिए. पवन पांडे ने प्रधानमंत्री से इस पूरे मामले की जांच कराने की मांग की.
कांग्रेस ने भी लगाए आरोप
आम आदमी पार्टी और सपा के आरोप के बाद कांग्रेस भी इसे भुनाने के लिए मैदान में आ गई. कांग्रेस ने भी आरोप लगाया कि भगवान राम के नाम पर दान लेकर घोटाला किया जा रहा है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर आरोप लगाया और लिखा कि हे राम, ये कैसे दिन. आपके नाम पर चंदा लेकर घोटाले हो रहे हैं. बेशर्म लुटेरे अब आस्था बेच ‘रावण’ की तरह अहंकार में मदमस्त हैं. सवाल है कि दो करोड़ में खरीदी जमीन 10 मिनट बाद ‘राम जन्मभूमि’ को ₹18.50 करोड़ में कैसे बेची? अब तो लगता है, कंसों का ही राज है, रावण हैं चहुंओर!'