अयोध्या/लखनऊ: 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व ही अयोध्या में बन रहे भगवान राम के मंदिर की सुंदर तस्वीर सामने आ रही हैं. राम मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने वाले मुख्य द्वार पर सोने का दरवाजा लगाया गया है. मंगलवार को इस सोने के दरवाजे की तस्वीर सामने आई है. इसमें देखा जा सकता है कि बेहद सुंदर नक्काशी के साथ इस दरवाजे को बनाया गया है. इसके अंदर विराजमान प्रभु श्रीराम के दर्शन श्रद्धालुओं को होंगे.
बता दें कि मंदिर निर्माण की दिशा में अभी तक ग्राउंड फ्लोर का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. वहीं, प्रथम तल का निर्माण कार्य भी 80 फ़ीसदी पूरा हो चुका है. इसके बाद फिनिशिंग का काम होगा. वहीं, मंदिर के प्रमुख स्थान पर लगने वाले दरवाजों पर सोने की चद्दर लगाने का कार्य दिल्ली की एक प्रमुख आभूषण कंपनी कर रही है. इसके द्वारा भगवान राम के गर्भग्रह के गेट पर सोने की एक परत लगाई गई है. इसके अलावा अभी 14 अन्य दरवाजों पर भी ऐसे ही सोने की परत लगाई जाएगी. मंदिर में प्रवेश के लिए बनाया गया मुख्य मार्ग सिंह द्वार पहले ही बनकर तैयार हो चुका है. इसके अलावा मंदिर परिसर के बाहर की भूमि को भी समतल किया जा रहा है, जिससे 15 जनवरी से शुरू होने वाले अनुष्ठान में कोई असुविधा न हो.
पर्यटन विभाग निकालेगा रामचरण पादुका यात्रा
22 जनवरी को रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने व्यापक तैयारियां की हैं. इसी तैयारी के तहत विभाग 15 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर प्रदेश में चरण पादुका यात्रा निकालने जा रहा है. यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने लखनऊ में लोक भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी. उन्होंने बताया कि प्रभु श्री राम के वन गमन पद पर 14 जनवरी यानी की मकर संक्रांति के दिन चरण पादुका यात्रा चित्रकूट के भरतकूप से शुरू होकर कौशांबी की मंझनपुर, प्रयागराज के श्रीगवेरपुर, प्रतापगढ़ व सुल्तानपुर से होते हुए यात्रा 19 जनवरी को अयोध्या के नंदीग्राम में पहुंचेगी. यह वही जगह है, जहां पर प्रभु श्री राम की चरण पादुका लेकर उनके भाई भरत कुटिया डालकर वहां रहे थे.
मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि चित्रकूट से शुरू हो रही इस यात्रा के दौरान संबंधित जिलों के सांसद, विधायक, जिला पर्यटन परिषद के अध्यक्ष और जनप्रतिनिधि के साथ लाखों लोग शामिल होंगे. रामलला प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर पर्यटन विभाग द्वारा इस यात्रा को भव्य बनाने की तैयारी की जा रही है. पर्यटन मंत्री ने बताया कि 14 जनवरी को यह यात्रा शुरू हो रही है. इसके बाद लगातार 24 मार्च तक पूरे अयोध्या क्षेत्र में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसके लिए अयोध्या में 25 प्रमुख स्थलों को चिह्नित करने के साथ ही 1200 मंदिरों को भी संस्कृति विभाग की ओर से चयनित किया गया है. जहां पर भजन, कीर्तन, रथ कलश यात्रा, राम कथा प्रवचन, रामायण पाठ, सुंदरकांड पाठ के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा अयोध्या में करीब 35000 कलाकारों को विभिन्न कार्यक्रमों के लिए चयनित किया गया है. हर दिन करीब 500 से अधिक कलाकार अपनी अपनी प्रस्तुतियां देंगे. यह सभी कलाकार संस्कृति विभाग द्वारा चयनित किए गए हैं.
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