अयोध्याः पूरे देश में बुधवार को रक्षाबंधन का त्योहार बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया है. ग्रह नक्षत्र की स्थिति बदलने के कारण राखी के इस त्योहार की मुहूर्त 30 अगस्त की शाम और 31 अगस्त की सुबह यानी गुरुवार तक थी. इसी कड़ी में राम जन्मभूमि अयोध्या में रामलला को भी राखी बांधी गई. यह राखी उड़ीसा के जगन्नाथ भगवान मंदिर से उनकी बहन सुभद्रा के नाम से भेजी गई थी, जिसे जगन्नाथ पुरी मंदिर की पुजारी ने श्री राम जन्मभूमि के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्र दास को भेंट किया था. इस राखी को बुधवार की सुबह मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने रामलला की कलाई पर बांधा.
बता दें कि जगन्नाथ पुरी में भगवान जगन्नाथ के साथ ही उनकी बहन सुभद्रा भी विराजमान है. मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम को सुभद्रा के भाई रूप मानते हुए प्रतीकात्मक रूप से जगन्नाथ मंदिर के पुजारी ने 2 राखियां श्री राम जन्मभूमि के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्र दास को भेंट की थी. यह राखियां मुख्य पुजारी के पास रखी हुई थी, जिन्हें रक्षाबंधन के पर्व के मौके पर बुधवार की सुबह मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने भगवान रामलला और लक्ष्मण जी की कलाई पर बांधा.
जगन्नाथ मंदिर से भागवान राम और लक्ष्मण के लिए भेजी गई राखियां देखने में जितनी बड़ी हैं. उतनी ही सुंदर भी है. रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचे श्रद्धालुओं में इन राखियों को भी देखने के लिए काफी उत्सुकता दिखी.
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