लखनऊ: बुधवार को राम मंदिर भूमि पूजन संपन्न हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधि विधान से भूमि पूजन किया है. लंबे समय से राम भक्तों का इंतजार खत्म हो गया. भव्य मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया है. ईटीवी भारत की टीम भी रामलला के गर्भगृह तक पहुंची. मौजूदा समय में रामलला को गर्भ गृह से अलग अस्थाई मंदिर में बिठाया गया है. यहीं पर उनकी आरती और पूजा अर्चना की जाती है.
कोरोना को देखते हुए जन्मभूमि पूजन का कार्यक्रम बहुत ही सीमित रखा गया था. कुछ ही लोगों इसका आमंत्रण भेजा गया था. इनमें योग गुरू बाबा रामदेव, आचार्य नरेन्द्र गिरी, उमा भारती, स्वामी चिदानंद सरस्वती, अवधेशानंद गिरी और अन्य साधु संत शामिल हुए थे. भूमि पूजन के उपरांत अब राम भक्त मंदिर का निर्माण जल्द पूर्ण होते देखना चाहते हैं. इस क्षण का साक्षी हर कोई भावविभोर हो रहा है.
कार्यक्रम मंच पर सिर्फ पांच लोगों के ही बैठने की व्यवस्था की गई थी. इनमें पीएम मोदी, संघ प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, महंत नृत्य गोपाल दास, सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद थे. कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि संघ प्रमुख मोहन भागवत थे.
रामलला के दर्शन अब भक्त भी यहां आकर कर सकते हैं. नया मंदिर भव्य और दिव्य होगा. मंदिर के नए डिजाइन में एक शिखर और पांच मंडप होंगे. मंदिर में अब तीन मंजिल होगी. रामलला पहली मंजिल पर होंगे. दूसरी मंजिल पर रामदरबार होगा और तीसरी मंजिल पर खुला हॉल होगा.